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मेला प्रशासन की ओर से रविवार को दिनभर स्नान की तैयारियां की गई। हरियाणा आंदोलन का भी असर इस स्नान पर पड़ने का आशंका जताई जा रही है।
दोगुना होगा महत्व पूर्णिमा स्नान करने के लिए रविवार की शाम तक कम संख्या में श्रद्धालु ही हरिद्वार पहुंचे। उम्मीद जताई जा रही है कि देर रात काफी श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंच गए होंगे। राजस्थान और मध्य प्रदेश से यात्री रात को ही पहुंचते हैं।
स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य प्रदान किया। यह पूर्णिमा चूंकि माघ मास के साथ-साथ मघा नक्षत्र में पड़ रही है, इसलिए पर्व का महत्व द्विगुणित हो गया है।
मेला आईजी जीएस मर्तोलिया ने बताया कि पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के प्रभावी प्रबंध किए गए हैं। जरूरत पड़ने पर यातायात के लिए चरणबद्ध प्लान लागू किया जाएगा।