हरियाणा में बीफ बिरयानी को लेकर मचा कोहराम, भड़के CM खट्टर
चंडीगढ़ :हरियाणा में सड़क के किनारे दुकानें पर मिलने वाली बिरयानी को लेकर सरकार ने जांच का आदेश दिया था। जब इस मामले में बिरयानी के सैंपल लेकर मेवात स्थित टेस्टिंग लेब भेजा गया तो सेंपल्स की रिपोर्ट पाॅजीटिव आई। दरअसल सभी सैंपल्स में गौमांस मिले होने की रिपोर्ट सामने आई है। अब पूरे देश में हो रही बीफ बिरयानी पर पॉलिटिक्स को लेकर सीएम मनोहर लाल बेहद नाराज हैं। पुलिस को उन्होंने कड़ी फटकार लगायी और राज्य गौ सेवा आयोग के चेयरमैन भानीराम मंगला से भी बेहद नाराज़ होते हुए उन्होंने हिदायत दी की उन्हें बिना जानकारी के ऐसे कोई भी फैसले आगे से ना लिए जाएँ।
बीफ से जुड़े मुद्दे को लेकर पिछले 3 से 4 दिन से काफी गहमा गहमी चल रही है और नेशनल माइनॉरिटी कमीशन में गौ सेवा आयोग के खिलाफ याचिका दायर की गयी है। ये मामला इतना इसलिए भड़क रहा है क्यों की राज्य गो सेवा आयोग के चेयरमैन भानीराम मंगला ने बयान दिया था कि गौ मांस को हरियाणा में पूरी तरह से प्रतिबन्ध किया गया है और जिसे गौ मांस खाना है वह हरियाणा छोड़ दे वरना गौमांस उन पर कार्यवाही की जाएगी। इसके अलावा बीफ सैंपल में गोमांस की पुष्टि होने पर इससे जुड़े लोगो पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उनके इस बयान ने इस मुद्दे को राजनीतिक रंग में ढाल दिया। वहां दूसरी और पीड़ितों ने गौ रक्षकों के खिलाफ मार पीट और रेप के आरोप लगते हुए कहा है कि गौ रक्षको ने उनसे गौमांस खाने के बारे में पूछा लेकिन उनके मना करने पर भी वह नहीं माने और उनके साथ मार पीट की। मेवात गैंगरेप की एक पीड़िता ने गौरक्षकों पर हमला करने का आरोप लगाया है।
इस पर हरियाणा पुलिस ने साफ़ इनकार किया है। एक पीड़िता ने संवाददाताओं को जानकारी दी कि, “हमलावरों ने पूछा कि तुम गोमांस खाते हो। हमने कहा, नहीं। लेकिन वे माने नहीं। और हम पर हमला बोल दिया.” वहीँ इस बात से इनकार करते हुए रेवाड़ी की आईजी ममता सिंह ने बताया, “आरोपियों के गौरक्षक होने या किसी गौरक्षा समूह का हिस्सा होने का सबूत नहीं मिला है। हालांकि, जांच अभी चल ही रही है।”