अन्तर्राष्ट्रीय

हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन के इस्तेमाल से हो रही ज्यादा मौत- रिपोर्ट

वाशिंगटन: कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज का इलाज करने के लिए एंटी-मलेरिया ड्रग हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन को काफी उपयोगी मान जा रहा है। ऐसे में एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन के इस्तेमाल की वजह से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है। हालांकि एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि घातक वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के उपयोग की सिफारिश या विरोध करने के लिए पर्याप्त क्लिनिकल ​​डेटा मौजूद नहीं है।

बता दें कि भारत सरकार ने 25 मार्च को हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद अमरिका समेत कई पड़ोसी देशों के आग्रह के बाद भारत सरकार ने इसपर लगे प्रतिबंध को आंशिक रूप से हटा लिया था। हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन दवा का इस्तेमाल कोविड-19 से लड़ने के लिए किया जा सकता है। भारत इस दवा का सबसे बड़ा निर्यातक है।

वहीं, कोरोना वायरस के रोगियों के उपचार में हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन के उपयोग को बढ़ावा दे रहे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि वह इन रिपोर्टों पर गौर करेंगे। बता दें कि ट्रांप प्रशासन ने हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन की 3 करोड़ से ज्यादा खुराक का स्टॉक किया है, जिसमें से एक बड़ा हिस्सा भारत से आयात किया गया है।

ट्रंप ने कोरोना वायरस पर अपने दैनिक व्हाइट हाउस समाचार सम्मेलन के दौरान संवाददाताओं से कहा कि मुझे रिपोर्ट के बारे में जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी तक बहुत अच्छी रिपोर्ट्स आ रही थी और शायद यह एक अच्छी रिपोर्ट नहीं है, लेकिन हम इसे देख रहे हैं। हम जल्द ही इसपर एक टिप्पणी करेंगे।

न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन के प्रकाशन और ऑनलाइन पोस्ट किए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि अभी तक इस बात का कोई सबूत नहीं है कि एजिथ्रोमाइसिन के साथ हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन का उपयोग, या उसके बिना कोरोना वायरस के कारण अस्पताल में भर्ती मरीजों में यांत्रिक वेंटिलेशन के जोखिम को कम करता है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान द्वारा किए गए एक अध्ययन में कहा गया है कि अकेले हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन के साथ किए गए कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज में मृत्यु दर ज्यादा है। एनआइएच ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया है कि कोविड- 19 के उपचार के लिए क्लोरोक्विन या हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन का उपयोग करने की सलाह देने या विरोध करने के लिए पर्याप्त नहीं है। अगर हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन का उपयोग किया जाता है, तो चिकित्सकों को इसके प्रतिकूल प्रभावों के लिए लंबे समय तक मरीज की निगरानी करनी होगी।

अमेरिकी संस्था फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के कमिश्नर स्टीफन हान ने कहा कि अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने कई बार इसका जिक्र किया है कि एफडीए को किसी भी प्रकार का निर्णय लने के लिए क्लिनिकल ​​टेस्ट ​​और डेटा की आवश्यकता होती है।

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