हारे हुए प्रत्याशी आ सकते हैं नीतीश कुमार की कैबिनेट में
दस्तक टाइम्स/एजेंसी- पटना । बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की शानदार जीत के बाद अब नीतीश सरकार के शपथ ग्रहण की तैयारी शुरू हो गई हैं। हलाकि अभी तक मंत्री बनाने के फार्म्यूले के तहत हरेक पांच विधायक पर संबंधित पार्टी को एक मंत्रिपद दिया जा सकता है। लेकिन खास बात यह है कि हारे हुए प्रत्याशी भी मंत्री बन सकते हैं।
इस फार्म्यूले के तहत नीतीश सरकार में राजद के 16, जेडीयू के 14 और कांग्रेस के 5 मंत्री बन सकते हैं। राजनीतिक गलियारों में रामचंद्र पूर्वे के नाम की चर्चा जोरों पर चल रही है। रामचंद्र पूर्वे बिहार के अरूण जेटली बन सकते हैं। जिस तरह से अरूण जेटली अमृतसर से लोकसभा चुनाव हारने के बाद मोदी मंत्रिमंडल में वित्र मंत्री बन गए उसी तरह रामचंद्र पू्र्वें के चुनाव हारने के बाद भी उनकी सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उनका नीतीश सरकार में मंत्री बनना तय माना जा रहा है. आपको बताते चले कि रामचंद्र पूर्वे सीतामढ़ी जिले में परिहार विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हार गए हैं। 2010 में भी पूर्वे ने राजद के टिकट पर ही चुनाव लड़ा था और भाजपा के रामनरेश प्रसाद यादव से पराजित हो गये थे लेकिन चुनाव हारने के बावजूद उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिलने की पूरी उम्मीद लगाई जा रही है। राजद सुत्रों कि मानें तो रामचंद्र पूर्वे का नीतीश सरकार में मंत्री बनना तय हैं। क्योंकि वे शुरु से लालू के साथ रहे हैं और बुरे समय में भी उनका साथ नहीं छोड़ा। लालू यादव पूर्वे पर आंख बंद कर भरोसा करते हैं। रामचंद्र पूर्वे वैश्य समुदाय से आते हैं और राजद सरकार में शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। इस बार भी ऐसी उम्मीद जाहिर की जा रही है कि नीतीश सरकार में वो शिक्षा मंत्री बन सकते हैं।