दस्तक टाइम्स/एजेंसी
गोरखपुर: संगीतकार ए. आर. रहमान के खिलाफ फतवा जारी करने को लेकर उठे विवाद पर निशाना साधते हुए विवादास्पद भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हिंदू धर्म में वापसी करने पर ए. आर. रहमान का स्वागत है। फतवा जारी करने के बाद विश्व हिंदू परिषद (वी.एच.पी.) ने कहा कि रहमान के लिए ‘घर वापसी’ का यह सही वक्त है। आदित्यनाथ ने इस फतवा को ‘‘हास्यास्पद’’ करार दिया। ईरानी फिल्म ‘मुहम्मद मेसेंजर ऑफ गॉड’ पर आपत्ति जताते हुए मुंबई के एक मुस्लिम समूह ‘रजा एकेडमी’ ने हाल में रहमान और प्रसिद्ध ईरानी निर्देशक माजिद माजिदी सहित फिल्म से जुड़े सभी लोगों के खिलाफ फतवा जारी किया था। इस विवादास्पद फतवा के बारे में पूछे जाने पर आदित्यनाथ ने यहां कल संवाददाताओं से कहा, ‘‘रहमान के खिलाफ फतवा जारी करना अपने आप में ही हास्यास्पद है और अगर कोई वापसी (हिंदू धर्म में वापसी) करना चाहता है तो हम उनका स्वागत करेंगे।’’
रहमान के लिए योगी के सुझाव की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने इसे ‘‘घृणास्पद’’ करार दिया, जबकि केंद्रीय संस्कृति मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता महेश शर्मा ने बयान देने से इनकार कर दिया। कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा, ‘‘मैं इसे सरासर घृणास्पद कहूंगी। आप चाहे किसी भी धर्म को मानते हों, यह आपकी व्यक्तिगत पसंद है यह बयान वाकई में भाजपा का सही रंग दिखाता है जो महज बांटने वाली राजनीति में यकीन करती है।’’ भाजपा की शाइना एनसी ने आदित्यनाथ के बयान पर बेहद सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत जैसे देश में ‘‘हम रजा एकेडमी या इस मामले में किसी सांसद के बयान पर कोई निर्णय नहीं ले सकते हैं।’’ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य कमाल फारूकी ने अफसोस जताते हुए कहा कि भाजपा में कुछ लोगों को कुछ भी बोलने की आजादी है जबकि उन्हें यह एहसास तक नहीं है कि वे चारों आेर ‘‘जहर’’ फैला रहे हैं।