अंगूरी भाबी के घर के बाहर लगी लाइन, हर कोई कराना चाहता है…
चुनावों में राजनीतिक पार्टियां अपना परचम लहराने के लिए बॉलीवुड और टीवी सेलेब्स का सहारा लेती हैं. इस बार के लोकसभा चुनाव में भी ये ट्रेंड जोर शोर से चल रहा है. कई नामी सेलेब्स को चुनाव प्रचार के लिए अप्रोच किया जा रहा है. ‘भाबीजी घर पर है’ की अंगूरी भाबी यानी शुभांगी अत्रे के पास पार्टियों की तरफ से लोकसभा चुनाव प्रचार का हिस्सा बनने के ऑफर हैं. एक्ट्रेस की पॉपुलैरिटी को देखते हुए हर कोई उन्हें अपनी पार्टी से जोड़ने की कोशिश में हैं. लेकिन एक्ट्रेस ने इन ऑफर्स को ठुकरा दिया है.
एक इंटरव्यू में शुभांगी अत्रे ने खुलासा किया कि उन्होंने अब तक लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के 6 ऑफर ठुकरा दिए हैं. एक्ट्रेस ने कहा- ”ये ऑफर मुझे देश की अलग अलग राजनीतिक पार्टियों की तरफ से आए. लेकिन मेरे करेक्टर की पॉपुलैरिटी को देखते हुए इनमें से ज्यादातर चुनाव प्रचार के ऑफर यूपी और छोटे शहरों से थे.”
शुभांगी ने चुनाव प्रचार के इन ऑफर्स को स्वीकार नहीं किया क्योंकि वे किसी भी पॉलिटिकल पार्टी को एंडोर्स नहीं करना चाहतीं. इसलिए उन्होंने प्रचार के इन ऑफर्स का हिस्सा बनने से मना किया.शुभांगी ने कहा- ”हर चुनाव में जिन टीवी एक्टर्स का घर-घर में नाम है, उन्हें चुनाव प्रचार के लिए बड़ा अमाउंट ऑफर किया जाता है. लेकिन मैं निजी तौर पर इन सबका हिस्सा नहीं बनना चाहती हूं. टीवी एक्टर्स की बॉलीवुड कलाकारों के ज्यादा लोगों के बीच पहुंच होती है. लोग उन्हें ज्यादा अच्छे से जुड़ पाते हैं.”
एक्ट्रेस ने कहा- ”मैं पॉलिटिक्स और कुछ राजनेताओं को फॉलो करती हूं. अक्सर उनके बारे में ट्वीट भी करती हूं लेकिन किसी पार्टी या कैंडिडेट के लिए आधिकारिक तौर पर कैंपेन करना अलग है. जिसे मैं नहीं करना चाहती.”
पिछले हफ्ते शो ”भाबीजी घर पर है” पर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगा. शो के एक एपिसोड में मोदी सरकार की स्कीम को प्रमोट करने की शिकायत चुनाव आयोग से की गई थी. इस बाबत चुनाव आयोग ने चैनल को कारण बताओ नोटिस भेजा है. EC ने चैनल से विवादित कंटेंट हटाने को भी कहा है. जब शुभांगी अत्रे से चुनाव आयोग के नोटिस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कमेंट करने से मना कर दिया. एक्ट्रेस ने कहा- ये इस बारे में बात करने का सही वक्त नहीं है. चैनल इस मामले को देख रहा है. बतौर एक्टर मैं अभी इस पर कमेंट नहीं कर सकती.