अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को जल्द लाया जाएगा भारत, निर्वासन प्रकिया पर काम जारी
![](https://dastaktimes.org/wp-content/uploads/2015/11/93495-chhota-rajan.jpg)
दस्तक टाइम्स/एजेंसी:
बाली : अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को अब इंडोनेशिया से भारत लाने की कवायद तेज हो गई है। जहां सरकार इंडोनेशिया के साथ प्रत्यार्पण संधि की तैयारी कर रही है। वहीं दिल्ली से सीबीआई और मुंबई से क्राइम ब्रांच की एक टीम बाली पहुंच चुकी है। बताया जा रहा है कि मुंबई पुलिस ने छोटा राजन के मोबाइल और लैपटॉप को अपने कब्जे में ले लिया है। क्राइम ब्रांच छोटा राजन का पूरा डोजियर भी साथ लेकर पहुंची है क्योंकि छोटा राजन के खिलाफ ज्यादातर मामले मुंबई में ही दर्ज हैं। जब से छोटा राजन की गिरफ्तारी हुई तभी से सुरक्षा एजेंसियां उसे भारत लाने की कवायद में जुट गई है।
गौर हो कि भारतीय पुलिस का एक दल गिरफ्तार अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को जल्द से जल्द भारत लाने की मांग को लेकर बीते दिनों यहां पहुंचा। राजन से इस लोकप्रिय पर्यटन शहर स्थित एक इंडोनेशियाई पुलिस हिरासत केंद्र में एक भारतीय राजनयिक ने मुलाकात की। वहीं, सरकार द्वारा अंडरवर्ल्ड सरगना छोटा राजन को वापस लाने के लिए प्रयास तेज किये जाने के बीच उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि इंडोनेशिया के साथ लंबित प्रत्यर्पण समझौते की औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए भारत दस्तावेजों का अदान-प्रदान करेगा।
सीबीआई और मुंबई और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का संयुक्त दल भारत द्वारा इंडोनेशियाई अधिकारियों को उसके खिलाफ भारत में दर्ज विभिन्न आपराधिक मामलों में मुकदमे का सामना करने के लिए उसे सौंपने को लेकर पत्र लिखे जाने के दो दिन बाद यहां पहुंचा है। राजन को 25 अक्तूबर को ऑस्ट्रेलिया से यहां आने पर बाली हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया था। टीम को इंडोनेशियाई और दिल्ली पुलिस के कमांडो ने सुरक्षा प्रदान की है।
सूत्रों ने बताया कि इससे पहले जकार्ता में भारतीय दूतावास में प्रथम सचिव (कॉन्स्युलर) संजीव कुमार अग्रवाल ने राजन से हिरासत केंद्र में तकरीबन आधे घंटे तक मुलाकात की। यह पहला मौका है जब किसी भारतीय अधिकारी ने उससे कारागार में मुलाकात की है। अग्रवाल जकार्ता से बीते दिनों बाली पहुंचे और राजन से मिलने के लिए सीधा पुलिस हिरासत केंद्र के लिए रवाना हुए। राजन भारत के सर्वाधिक वांछित अपराधियों में से एक है। राजन को कूटनीतिक पहुंच इंडोनेशियाई पुलिस द्वारा राजन की हिरासत के बारे में भारतीय दूतावास को एक रिपोर्ट सौंपने के दो दिन बाद मुहैया कराई गई है।