
‘कॉफी विद करण’ में विवादित बयान के बाद क्रिकेटर हार्दिक पंड्या और केएल राहुल को भारतीय क्रिकेट टीम से बर्खास्त कर दिया गया है। राहुल-पांड्या की जगह जगह टीम में दो नए खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जो ऑस्ट्रेलिया समेत न्यूजीलैंड दौरे पर राहुल-पांड्या की कमी को पूरा करेंगे।
जिन दो खिलाड़ियों की टीम इंडिया में एंट्री हुई है, उनमें से एक विजय शंकर हैं और दूसरे खिलाड़ी का नाम हैं शुभमन गिल। विजय शंकर को जहां कुछ अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का अनुभव है, वहीं शुभमन गिल के लिए यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने का शानदार मौका मिला है।

शुभमन गिल वही प्लेयर हैं जिन्होंने देश को अंडर 19 वर्ल्ड कप जिताया था। 30 जनवरी 2018 को सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ शुभमन के नाबाद 102 रनों ने टीम को फाइनल में पहुंचाया और वर्ल्ड कप जिताया। इसके अलावा शुभमन ने वर्ल्ड कप में किसी भी मैच में 50 से नीचे का स्कोर नहीं किया। और तो और शुभमन ने तीन बड़े रिकॉर्ड भी अपने नाम किए।
शुभमन अंडर-19 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज हैं। वह अंडर19 वर्ल्ड कप में सबसे तेज शतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज हैं। इससे पहले विराट कोहली ने 2008 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 73 गेंदों में शतक जड़ा था। उसके बाद 2016 में नामिबिया के खिलाफ ऋषभ पंत ने 82 गेंदों में शतक लगाया था।
अंडर-19 वर्ल्ड कप में शुभमन गिल का जलवा ऐसा रहा कि लोग उनकी तुलना टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली से करने लगे। शुभमन गिल का स्ट्रेट ड्राइव, कवर ड्राइव और पंच फैंस को विराट कोहली की याद दिलाने लगा। अपने बेहतरीन फॉर्म को जारी रखते हुए गिल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंडर-19 वर्ल्ड कप के पहले लीग मैच में 63 रन की धमाकेदार पारी खेली, जिसके दम पर शॉ ब्रिगेड ने कंगारुओं को 100 रन से मात दी।
शुभमन गिल ने 4 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया था। पंजाब के फाजिल्का जिले में चक खेरेवाला गांव में जन्मे शुभमन गिल बचपन में अपने पिता के साथ क्रिकेट खेला करते थे। जब गिल बड़े हुए तो अपने बेटे के खेल को और ज्यादा निखारने के लिए उनके पिता ने एक बेहतरीन प्लान बनाया। दरअसल उन्होंने अपने खेत को मैदान के रूप में इस्तेमाल किया और शर्त रखी कि जो भी शुभमन गिल को आउट करेगा उसे वह 100 रुपये ईनाम देंगे।
इस तरह गिल लगातार घंटों तक बल्लेबाजी करते। आस-पास के गांव और शहरों से क्रिकेट खेलने वाले कई खिलाड़ी शुभमन गिल के सामने गेंदबाजी करने आते थे। गिल रोजाना करीब 3 से 4 घंटे बड़े आराम से बल्लेबाजी करते थे।
कई सालों तक टेनिस बॉल से खेलने वाले शुभमन गिल का परिवार जब जलालाबाद गया तब पहली बार इस खिलाड़ी का सामना लैदर की गेंद से हुआ। इस दौरान शुभमन ने काफी समय तक एक छोटे से स्कूल से ट्रेनिंग ली, लेकिन अभी भी काफी ऐसी चीजें थी जो गिल को सीखनी थी। इसके लिए उनके पिता ने उन्हें चंडीगढ़ भेजा और मोहाली स्टेडियम के पीछे एक एकेडमी में उनका दाखिला करा दिया। गिल को खेलने के लिए ज्यादा समय मिल पाए, इस वजह से उनका परिवार भी किराए के एक मकान में आकर वहीं बस गया।
शुभमन गिल रोजाना सुबह 3.30 बजे उठते और 4 बजे एकेडमी में पहुंचते। दिनभर प्रैक्टिस करने के बाद वह शाम को घर लौटते थे। इसके बाद भी एकेडमी में शाम का सेशन देखने के लिए वह अपने पिता के साथ वहां जाते थे।
एक दिन इसी एकेडमी में टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज करसन घावरी यहां यंग टैलेंट की पहचान करने आए। वह यहां एक तेज गेंदबाज की तलाश में आए थे, लेकिन उन्हें शुभमन गिल के रूप में मिला एक ऐसा नायाब हीरा, जिसने थोड़े ही समय में क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया। आईपीएल के पिछले सीजन में शुभमन केकेआर के लिए भी खेले थे।
पंजाब के लिए खेलते हुए अंडर-16 की विजय मर्चेंट ट्रॉफी में उन्होंने पहली बार दोहरा शतक जड़ा। इसके लिए उन्हें बीसीसीआई की तरफ से बेस्ट जूनियर क्रिकेट के अवॉर्ड से नवाजा गया। इसके बाद शुभमन गिल को अंडर-19 टीम में खेलने का मौका मिला और एक छोटे से गांव में सिमटने वाले टैलेंट को पूरी दुनिया ने देखा। शुभमन गिल की शानदार प्रतिभा को देखते हुए आईपीएल सीजन-11 में उन्हें केकेआर ने खरीदा।