शादी एक ऐसा बंधन होता है जिसमें केवल दो लोगों की शादी नहीं होती बल्कि दो परिवारों का भी मिलन होता है। शादी के बाद लड़का और लड़की दोनों की ही जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं। ऐसे में शादी के पहले लड़की के मन में कुछ ख्याल भी आने लगते हैं जो उसे रह रहकर परेशान करने लगते हैं।
तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा कौन सा डर है जो लड़की को शादी के पहले सताने लगता है।
परिवार से तालमेल होने का डर
शादी के बाद लड़की अपने माता-पिता का घर छोड़कर पति के साथ आती है जहां पर उसे सभी अनजान लोगों के साथ खासतौर पर अपने सास-ससुर के साथ अच्छा तालमेल बनाने का दबाव होता है और यही दबाव शादी के पहले धीरे-धीरे परेशान करने लगता है।
पहली रसोई का डर
शादी के बाद जब लड़की पहली बार रसोई में कुछ पकाने जा रही हो तो उसे इसी बात का डर रहता है कि वो जो भी बनाएगी वो अच्छा बनेगा या नहीं और लोगों को कैसा लगेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि वो यही चाहती है कि उसका पहला इंप्रेशन घर पर अच्छा पड़े।
लोगों के स्वभाव से परिचित न होना
वो कहते हैं न कि हाथ की सभी उंगलियां बराबर नहीं होती। ठीक ऐसे ही परिवार के सभी सदस्य एक से नहीं होते। शादी के बाद लड़की किसी भी बात को कहने में दस बार सोचती है। ऐसा इसलिए क्योंकि उसे इसी बात का डर बना रहता है कि कहीं उसकी बात से सामने वाले को तकलीफ न हो या फिर वो उसकी बात का गलत मतलब न लगा ले।
अकेलेपन का डर
माता- पिता का घर छोड़कर लड़की पति के भरोसे ससुराल आती है। ऐसे में लड़की को हमेशा अकेलापन महसूस होता है और वो यही चाहती है कि वो जिस परिवार में आई है वो उससे घुल मिलकर रहे। उसके मन में यही डर बना रहता है कि ससुराल वाले उसके अकेलपन को भर पाएंगे या फिर नहीं।