लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सत्ता से समाजवादी पार्टी (सपा) की विदाई पर हर कोई अपने हिसाब से मंथन कर रहा है। इसी क्रम में मोस्ट बैकवार्ड क्लासेज एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राम सुमिरन विश्वकर्मा ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबियों की करतूतों से ही सपा हारी है। उन्होंने सपा-कांग्रेस गठबंधन को उचित ठहराया, लेकिन कांग्रेस को ज्यादा सीटें देना उनकी नजर में उचित नहीं रहा।
राम सुमिरन विश्वकर्मा ने कहा- कार्यकर्ताओं को हक से वंचित करना अखिलेश का अनुचित निर्णय
राम सुमिरन विश्वकर्मा के मुताबिक, अपने कार्यकर्ताओं को हक से वंचित किया जाना उचित निर्णय नहीं था। कांग्रेस को गठबंधन के तहत 45-50 सीटें दिया जाना भी अधिक था। विधानसभा चुनाव में सपा ने तो कांग्रेस प्रत्याशियों का साथ दिया, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सपा का साथ न देकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मदद की। उन्होंने कहा कि अतिविश्वास, संवादहीनता व मुख्यमंत्री के करीबियों की कारगुजारियों से सपा की अप्रत्याशित व अकल्पनीय हार हुई।
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विश्वकर्मा ने शनिवार को कहा कि लगता है, कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर के ऊपर भी सपा ज्यादा विश्वास कर गई। इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों के भरोसे चुनाव नहीं जीता जा सकता। उन्होंने कहा कि मैं और राष्ट्रीय निषाद संघ के राष्ट्रीय सचिव चौधरी लौटन राम निषाद ने लखनऊ, अमेठी, रायबरेली, सुलतानपुर, जौनपुर, आजमगढ़, गाजीपुर, चंदौली, बलिया के 22-23 विधानसभा क्षेत्रों में कैंपेन किए, उसमें से सपा व कांग्रेस को 17 सीटें मिली हैं।