उत्तर प्रदेश
अखिलेश ने पहले दंगा आरोपियों, अब गाय काटने वालों को प्लेन से बुलाया: बीजेपी MLA
लखनऊ/नोएडा/नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के दादरी में गोमांस खाने की अफवाह के बाद पीट-पीटकर मारे गए अखलाक की फैमिली ने रविवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की। सीएम ने अखलाक की फैमिली को सिक्युरिटी और हर मदद का भरोसा दिया। उधर, रविवार को बीजेपी नेता संगीत सोम दादरी पहुंचे। सोम ने सपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। सोम ने कहा, ” जैसे मुजफ्फरनगर दंगे के आरोपियों को सरकार हवाई जहाज में बैठा कर ले गई, वैसे गाय काटने वालों को ले गई है।” बता दें कि सपा एमएलए आशु मलिक अखलाक के घरवालों को सीएम से मिलवाने के लिए फ्लाइट से लखनऊ लेकर पहुंचे थे।
सोम ने और क्या कहा
संगीत सोम ने कहा- यूपी सरकार मरने वालों के लिए भी अलग-अलग कानून बनाती है। सरकार को पता होना चाहिए कि इस घटना में राहुल यादव नाम के एक शख्स को भी गोली लगी है। क्या सरकार ने उसकी कोई मदद की? उस फैमिली (अखलाक की) को तो 20 लाख दे रहे हैं। इलाज करा रहे राहुल को तो कम से कम 5-7 लाख रुपए दे दो। बीजेपी ने राहुल के इलाज का जिम्मा उठाया है।
संगीत सोम ने कहा- यूपी सरकार मरने वालों के लिए भी अलग-अलग कानून बनाती है। सरकार को पता होना चाहिए कि इस घटना में राहुल यादव नाम के एक शख्स को भी गोली लगी है। क्या सरकार ने उसकी कोई मदद की? उस फैमिली (अखलाक की) को तो 20 लाख दे रहे हैं। इलाज करा रहे राहुल को तो कम से कम 5-7 लाख रुपए दे दो। बीजेपी ने राहुल के इलाज का जिम्मा उठाया है।
क्या सीएम को नोएडा नहीं आना चाहिए? उन्हें पहले ही दिन आना चाहिए। नोएडा ही नहीं बल्कि पूरे यूपी की कानून व्यवस्था हो चुकी खराब है।
साक्षी ने भी साधा निशाना
बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने सपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ”ये सरकार केवल तुष्टिकरण के आधार पर चलेगी। मुस्लिम मरेगा तो 20 लाख दिए जाएंगे और हिंदू मरेगा तो 20 हजार भी नहीं दिए जाएंगे।” बता दें कि यूपी सरकार ने अखलाक की फैमिली को बतौर मुआवजा 20 लाख देने का एलान किया है।
साक्षी महाराज ने और क्या कहा?
पूरे प्रदेश में जो हत्याएं हो रही हैं, क्या उन सभी को लेकर सरकार संवेदनशील है?
ये सरकार केवल तुष्टिकरण के आधार पर चलेगी। मुस्लिम मरेगा तो 20 लाख दिए जाएंगे और हिंदू मरेगा तो 20 हजार भी नहीं दिए जाएंगे।
मुझे तो लगता है कि लालू यादव पगला गए हैं। (शनिवार को लालू ने कहा था कि कई हिंदू भी बीफ खाते हैं।
कांग्रेस का पप्पू वहां (दादरी) पहुंच गया, जिसे राजनीति की एबीसीडी नहीं आती। अब तक अमेरिका में था। अब वहां पहुंच गया।
अखिलेश ने क्या कहा?
सीएम ने कहा, ”अखलाक की फैमिली के दुख में हम शामिल हैं। उनके साथ पूरा न्याय किया जाएगा। आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। पता नहीं ये जहर किसने घोल दिया। मैं इस परिवार को भरोसा दिलाता हूं कि परिवार की पूरी मदद की जाएगी। राजनीति करने वाले इसमें राजनीति का रास्ता निकाल लेंगे। लेकिन हम समाजवादी लोग कभी राजनीति नहीं करते। हम गांव में नहीं पहुंच पाए। इसलिए परिवार को लखनऊ बुला लिया और काफी देर तक बैठकर बातचीत की। मैं तो दुख ही बांट सकता हूं। हमारे देश की ताकत ही ये है कि हम अलग-अलग जाति, धर्म और भाषा के होते हुए भी एक हैं। यही हमारी पहचान है। मैं इस फैमिली को पूरी सुरक्षा दूंगा। अखलाक का बेटा अभी हॉस्पिटल में है। परिवार जहां चाहेगी, हम उसका वहां इलाज कराएंगे। ये परिवार पर निर्भर करता है कि वो कहां रहना चाहता है। वे जैसा चाहेंगे, हम उसका इंतजाम करेंगे।”
दादरी क्यों नहीं मिलने गए अखिलेश?
बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने अखलाक की फैमिली से नोएडा के करीब दादरी के बिसहाड़ा गांव जाकर मुलाकात की। सीएम अखिलेश ने फैमिली को ही लखनऊ बुला लिया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके पीछे अखिलेश का अंधविश्वास है। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि सपा नेता ऐसा मानते हैं कि नोएडा जाने के बाद सीएम की कुर्सी छिन जाती है।
दादरीः अब तक क्या हुआ?
28 सितंबर- दादरी में भीड़ ने गोमांस रखने के आरोप में एक फैमिली पर हमला बोला। 50 साल के अखलाक की पीट-पीट कर हत्या कर दी। घटना में अखलाक का बेटा भी गंभीर रूप से घायल हो गया।
30 सितंबर- पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद इस मामले में 6 लोगों को अरेस्ट किया। राज्य सरकार ने पीड़ित परिवार के लिए 10 लाख रुपए के मुआवजे का एलान किया है। बाद में मुआवजे की राशि बढ़ा कर 20 लाख कर दी गई।
1 अक्टूबरः केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने बयान दिया, दादरी में हुई घटना को हादसा बताया। गृह मंत्रालय ने पूरी घटना पर उत्तर प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी।
2 अक्टूबरः केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा और एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पीड़ित के परिजनों से मिलने दादरी के बिसहाड़ा पहुंचे। शर्मा ने घटना को हादसा बताया। असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अखलाक को गोमांस के लिए नहीं, उसके मजहब के लिए मारा गया है।
3 अक्टूबरः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। गांववालों ने केजरीवाल को गांव में घुसने से रोका। मीडिया को भी गांव से बाहर निकाला।
4 अक्टूबरः अखलाक की फैमिली ने रविवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस दौरान सीएम ने उन्हें हर मदद का भरोसा दिलाया।