लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार को निर्धारित औचक भ्रमण पर हमीरपुर जिले जाने के बजाय श्रावस्ती पहुंच गए। लोगों से संवाद के बाद सामने आई शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री ने 6 अधिकारियों को निलंबित कर दिया वहीं जिलाधिकारी का स्थानांतरण कर दिया। मुख्यमंत्री बिना किसी पूर्व सूचना के सुबह करीब 11 बजे श्रावस्ती पहुंचे और लोहिया ग्राम-भरथापुर गांव जाकर सीधे ग्रामीणों से राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की हकीकत जानीं। मुख्यमंत्री को राज्य सरकार की योजनाओं में तमाम शिकायतें मिलीं। ग्रामीमों ने बिजली पानी और सड़क के साथ कानून व्यवस्था का दुखड़ा रोया। मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा कि अब सरकार के मंत्री आने वाले समय में ऐसे ही गावों में भ्रमण करते नजर आएंगे। उन्होंने कहा कि मैंने हर योजना के बारे में अधिकारियों से बिंदुवार पूछा। जहां पर कमी सामने आई उन पर कार्रवाई होगी। ये तय माना जा रहा था कि जिन अधिकारियों के खिलाफ शिकायतें मिलीं मुख्यमंत्री उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। मुख्यमंत्री के लखनऊ पहुंचने के बाद उनके कार्यालय की तरफ से देर शाम कार्रवाई के बारे में जानकारी दी गई। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कर्तव्यों में लापरवाही के आरोप में मुख्य चिकित्साधिकारी आर.पी.गुप्ता बिजली विभाग के अधिशाशी अभियंता विनय कुमार जिला आपूर्ति अधिकारी संजीव कुमार उद्यान विभाग के उपनिदेशक शिवदत्त तिवारी ग्रामीण अभियंत्रण सेवा के अधिशाषी अभियंता विजय कुमार दुबे और जिला खनन अधिकारी राम कुमार तंतुआ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीं जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी का स्थानांतरण करने के आदेश दिए। प्रवक्ता ने बताया कि कानून व्यवस्था पर असंतोष जाहिर करते हुए पुलिस अधीक्षक शालिगराम वर्मा को मुख्यमंत्री ने कड़ी चेतावनी दी।