अखिलेश सरकार में हुई UPPSC भर्ती की जांच शुरू, 6 PCS अफसरों से होगी पूछताछ
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पीसीएस भर्ती घोटाले में सीबीआई ने अपनी जांच तेज कर दी है. सीबीआई 6 PCS अफसरों से पूछताछ करेगी. सीबीआई को अपनी जांच में इन PCS अफसरो के खिलाफ अहम सबूत मिले हैं. इन सभी 6 PCS अफसरों को CBI पूछताछ के लिए तलब करेगी. इन 6 PCS अफसरों पर आरोप है कि साल 2015 के पीसीएस भर्ती के इंटरव्यू में इनके नंबर बढ़ाने में तबके यूपीपीएसी अध्यक्ष अनिल यादव ने मदद की थी.
अनिल यादव के कार्यकाल में UPPSC भर्तियों में धांधली का मामला
यूपीपीएसी के तत्कालीन अध्यक्ष अनिलयादव पर भी CBI शिकंजा कसने की तैयारी में है. इन सभी 6 PCS अफसरों की उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में अहम पद पर तैनाती भी हुई थी. आपको बता दें कि अनिल यादव के यूपीपीएससी अध्यक्ष रहते हुई कई भर्तियां हुईं और धांधली के आरोप भी लगे. अनिल यादव पर आरोप लगे कि उनके कार्यकाल में यूपीपीएसी की भर्तियों में एक विशेष जाति के अभ्यर्थियों को प्रमुखता दी गई. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक केस में यूपीपीएसी अध्यक्ष पद पर अनिल यादव की नियुक्ति को अवैध बताया था. कोर्ट ने उनकी नियुक्ति रद्द कर दी थी.
सीबीआई 2012 से 2017 के बीच UPPSC भर्तियों की जांच कर रही
आपको बता दें कि सीबीआई ने 1 अप्रैल 2012 से 31 मार्च 2017 के बीच उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की सभी भर्तियों में हुई धांधली के संबंध में आयोग के अधिकारियों और अन्य कई लोगों के खिलाफ 5 मार्च, 2018 को एफआईआर दर्ज की थी. खासतौर से यूपी पीसीएस परीक्षा-2015 में हुई धांधली के संबंध में चल रही जांच में सीबीआई को पुख्ता सुबूत मिल चुके हैं. इसके लिए जिम्मेदार आयोग के कुछ वर्तमान एवं पूर्व अफसरों को भी चिह्नित किया जा चुका है.
सीबीआई ने UPPSC भर्ती धांधली की जांच तेज की, 6 PCS हुए तलब
सीबीआई उनके खिलाफ भी ठोस सुबूत जुटा रही है. इसी सिलसिले में 6 पीसीएस अफसरों को सीबीआई पूछताछ के लिए तलब करेगी ताकि दोषियों पर इस बार सीधी कार्रवाई की जा सके. सीबीआई ऐसे अफसरों के बैंक रिकॉर्ड से लेकर पूरी संपत्ति की जानकारी खंगाली रही है. सीबीआई की टीम ने यूपी लोअर सबऑर्डिनेट परीक्षा-2013 के संदिग्ध चयनितों को भी नोटिस जारी कर रखा है. सीबीआई की मानें तो यूपी पीसीएस-2015 और यूपी लोअर पीसीएस-2013 परीक्षा में हुई धांधली के तार एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं.