अगर अपने पति को बुलाती हैं उनके नाम से तो जरूर पढ़ लें यह खबर
तेजी से बढ़ रही दुनिया में बहुत से बदलाव देखे जा रहे हैं। इनमें से एक बदलाव यह भी है कि लोग अपनी लाइफ स्टाइल को चेंज करते जा रहे हैं, जिससे वह एजुकेटेड लगे। जिससे वह समाज में अपनी एक अलग इमेज बना सके। यह भी देखा गया है कि बहुत से लोग इसी चक्कर में अपनी पुरानी सभ्यता व संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। इन्हीं में से एक यह भी है कि अक्सर महिलाएं अपने पति का नाम लेकर बुलाते हैं , लेकिन आपको बता दें कि जो महिलाएं अपने पति का नाम लेकर बुलाती हैं , तो वो शुभ नही माना गया है। हमारे हिंदू धर्म शास्त्र यह बात बताई गई है कि कोई भी विवाहित स्त्री अपने पति का नाम नहीं ले सकती क्योकि शास्त्रों में ऐसा माना गया है कि किसी भी विवाहित महिला को अपने पति को नाम से पुकारना से उसे बहुत ही अशुभ समस्याओं से गुजरना पड़ता है।
इसी के कारण अधिकतम विवाहित महिलाएं अपने पति को नाम से नहीं पुकारती। ऐसा माना गया है कि हिन्दू धर्म में पत्नियों के लिए पति परमेश्वर माना गया है। इसी के कारण पत्नियों को पति का नाम लेना मना होता है। स्कंदपुराण के अनुसार यदि कोई महिला अपने पति को नाम से बुलाती है, तो इससे उसकी उम्र कम हो जाती हैं, पति का नाम लेने से शास्त्रों में माना जाता है कि उस स्त्री के शुहाग की उम्र कम होती है इसके साथ ही पति का नाम लेने से महिलाओं को भी कई बड़ी परेशानीयो का सामना करना पड़ता है।
हिन्दू धर्म में शास्त्रों में यह बताया गया है कि पतिव्रता स्त्री को कभी भी अपने पति का नाम बोलना नही चाहिए और यह भी लिखा हुआ है कि जब उसका पति खाना खा लेता है उसके बाद ही पतिव्रता स्त्री को भोजन करना चाहिए। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि यह भी बताया गया है की पति के उठने से पहले ही पत्नी को उससे जल्दी उठ जाना चाहिए। इसके अलावा यदि पति किसी काम के कारण घर से बाहर जाता है, तो उन स्त्रियों को सजना संवरना बिल्कुल नही चाहिए। ये सभी बातें ऐसी हैं जिनके बारे में ना सिर्फ शास्त्रों में उल्लेख है बल्कि ये रिवाज सदियों से चली आ रही है और इसके पीछे ना सिर्फ धार्मिक कारण है बल्कि इसके कुछ वैज्ञानिक कारण भी होते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बताते चलें की शास्त्रों के मुताबिक यह माना जाता है कि जो स्त्रियां प्रतिदिन सुबह अपने पति के हाथों से मांग में सिंदूर भरती हैं, तो ऐसा करने से पति की उम्र लंबी होती हैं। इसके साथ ही शास्त्रों में यह भी मान्यता है कि पतिव्रता स्त्री कभी भी घर की दहलीज के बाहर नहीं खड़ी होती है। पतिव्रता स्त्री को घर की दहलीज के बाहर खडा होने शोभा नहीं देता जबकि आपको बता दें की ऐसा नही करना चाहिए।