अगर आनुवांशिकी बीमारियों से बचना चाहते हैं तो बदलें ये आदतें
आज हम चर्चा करेंगे कि सभी पुरानी से पुरानी बीमारियों को खत्म कैसे किया जा सकता है. चाहे वह वंशानुगत बीमारी हो, चाहे वह खानपान की लापरवाही के कारण बीमारी हो, चाहे वह बुरी आदतों के कारण बीमारी हो, चाहे वह इलाज करने पर ठीक ना हो रही हो. रोगों के लिए छठां भाव और शनि राहु केतु काफी हद तक जिम्मेदार होते हैं. आइए जानते हैं-
1. जेनेटिकल बीमारी को कैसे दूर किया जाए…
– जेनेटिकल बीमारी( वंशानुगत) परिवार में समय से चली आती है
– सूर्य से संबंधित बीमारी हो तो परिवार में हृदय रोग/ हड्डियों के रोग/ नेत्र रोग तथा काफी बीमारी हो जाती हैं
-चंद्र यदि पीड़ित हो तो मानसिक रोग जैसे डिप्रेशन अवसाद हार्मोन की गड़बड़ी हो जाती है
– मंगल यदि पीड़ित हो तो रक्त संबंधी विकार होते है अचानक गुस्सा बढ़ जाता है
-समय समय पर डाक्टरी जांच जरूर करवाएं
-हर रोज गायत्री मंत्र का सूर्य के सामने 27 बार पाठ करे
-1 चम्मच गंगाजल अवश्य पीयें
2.खानपान की लापरवाही से हुई बीमारी को कैसे दूर करें….
– सबसे पहले समय पर खाना खाने की आदत डालें
– जहां तक हो बासी भोजन का प्रयोग ना करें
– जंक फूड से परहेज करें
– हमेशा ताजा बना भोजन सेहत के लिए अच्छा होता है
– कुंडली के दूसरे भाव में पापी ग्रह होने से बाहर के खानपान की आदत पड़ जाती है इसलिए घर का बना भोजन खाएं
– सुबह खाली पेट पानी पीने की आदत डालें
-तांबे के लोटे से सूर्य को जल दें और तीन परिक्रमा करें
3. बुरी आदतों के कारण हुए रोग को दूर कैसे करें…..
– गलत संगति में पड़कर लोग मांस मदिरा धूम्रपान का सेवन करते है और रोगों का शिकार हो जाते हैं
– सबसे पहले सुबह जल्दी उठे और रात में जल्दी सोयें
– हो सके तो अकेले समय ना बिताएं किसी ना किसी के साथ रहे
– रात में सोने से पहले हनुमान चालीसा का पाठ करें
– अपने सोने के कमरे मे देसी कपूर जलायें
4.पुराने से पुराना रोग भी होगा दूर…..
-अपना सिराना हमेशा दक्षिण दिशा में रखें
– तांबे के बर्तन से पानी पीने की आदत डालें
– हमेशा साफ सुथरे कपड़े पहने
– अपने लग्न और राशि के अनुसार दान अवश्य करें
5. यदि हाई बी पी की समस्या है तो करें उपाय…
– तली भुनी चीजों का खाने में प्रयोग न करें
-दो आंवलों का रस आधे गिलास पानी मे मिलाकर पीएं
-नमक का सेवन कम से कम करें
-शुद्ध मोती अवश्य पहनें
6. यदि आप डायबिटीज के शिकार है…
– यह रोग शुक्र और गुरु खराब होने से होता है
– इस रोग में मीठे का सेवन न करें
– कच्ची हल्दी हो दूध में मिलाकर पीयें
– सफेद मूंगा पहनना लाभदायक रहेगा
7. यदि बार बार हड्डी रोग हो रहे है…
-यह रोग सूर्य खराब होने से होते है
-इस रोग में भी नमक का सेवन कम से कम करना है
-इस रोग को दूर करने के लिए सूर्य नमस्कार करें
-शुद्ध माणिक भी पहन सकते है
8 सभी रोग होंगे दूर करें महा उपाय…
– भगवान शिव के मंत्र ॐ नमः शिवाय का निरंतर जाप करें
– कच्चे दूध और चावल का दान किसी जरूरतमंद स्त्री को करें
– पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाएं
– अपने कुल गुरु और पितरों के नाम से दान करें
– अपनी दवा का सही समय पर सेवन करें.