अगर भूल गए ड्राइविंग लाइसेंस तो अब से चिंता की कोई बात नहीं है। घबराएं नहीं। बेझिझक काम करने जाएं क्योंकि अब पुलिस इस पर भी आपकी गाड़ी का चालान नहीं काट पाएगी। है ना गजब की बात। अब ये भी जान लीजिए कि ये कमाल होगा कैसे..?
दरअसल, सरकार ने किसी भी काम के लिए लाइसेंस या अन्य दस्तावेजों की हार्डकॉपी साथ रखने या साथ ले जाने की अनिवार्यता खत्म कर दी है। इसके लिए सरकार ने आपको दूसरा विकल्प जो तैयार करके दिया है। इसकी मदद से अब आपको लाइसेंस कैरी करने की जरूरत नहीं होगी।
ये मुश्किल आसान होगी ‘डिजिलॉकर’ की मदद से। ‘डिजिलॉकर’ यानी ‘डिजिटल लॉकर’… इसमें आप अपने सभी दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपी रख सकते हैं। डिजिलॉकर से लोगों को दो फायदे होंगे, एक तो दस्तावेज सुरक्षित रहेंगे। दूसरा ये कि कहीं भी जरूरत पड़े तो वे इस लॉकर को खोलकर अपने निजी डॉक्युमेंट यूज कर सकेंगे। इस लॉकर में सेव सॉफ्ट कॉपी पूरी तरह मान्य होगी, कोई इसे मानने से इंकार नहीं कर सकता। सरकार ने इसे मान्यता दे दी है।
डिजिलॉकर को प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना डिजिटल इंडिया का ही एक अहम हिस्सा बताया जाता है। डिजिटल लॉकर का उद्देश्य जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, शैक्षणिक प्रमाण पत्र जैसे अहम दस्तावेजों को ऑनलाइन स्टोर करके भौतिक दस्तावेजों के उपयोग को कम करना और एजेंसियों के बीच में ई-दस्तावेजों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है।