पंजीकरण में देरी होने पर विलंब शुल्क भी देना होगा। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक केके चौधरी की ओर से इस बाबत दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
सीबीएसई ने वर्ष 2018 में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं की पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी है। सभी छात्र-छात्राओं को पंजीकरण कराना होगा। खास बात यह है कि अगले वर्ष से 10वीं में भी केवल बोर्ड पैटर्न पर ही परीक्षा होगी। सीबीएसई के मुताबिक, पंजीकरण में आधार अनिवार्य है। बिना आधार कोई भी छात्र ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा पाएगा।
इससे वह बोर्ड परीक्षा से वंचित रह सकता है। पंजीकरण का शुल्क 150 रुपये है, लेकिन विलंब शुल्क के साथ यह 300 से लेकर 1000 रुपये तक हो जाएगा। जितना विलंब होगा, उतना अधिक शुल्क देना होगा। सीबीएसई के क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से सभी स्कूलों से छात्र संख्या के साथ ही सेक्शन की संख्या भी मांगी गई है।
खास बात यह है कि अगर किसी स्कूल ने ऑनलाइन पंजीकरण में सेक्शन की संख्या चार बताई तो इसके बाद वह अधिकतम 160 छात्रों के ही फार्म भरवा सकता है। नियम के हिसाब से चार सेक्शन में इससे अधिक छात्र नहीं हो सकते हैं।