अगर चाहिए सब्सिडी तो जोड़े इन चीजों को

नई दिल्लीः घरेलू रसोई गैस (एल.पी.जी.) के सब्सिडी वाले सिलैंडर के ग्राहकों को सब्सिडी की रकम सीधे बैंक खाते में हस्तांतरित करने की संशोधित योजना (पहल) से आप अभी तक नहीं जुड़े हैं तो भी आपको 3 महीने की सब्सिडी दे दी जाएगी। लेकिन इसके लिए शर्त यह है कि आप 30 जून 2015 तक अपनी गैस एजैंसी को अपने बैंक खाता संख्या की जानकारी देकर गैस ग्राहक संख्या (एसवी नंबर) को अपने बैंक खाते से जोड़ दें।ऐसा करते ही आपको 3 महीने की सब्सिडी एक साथ बैंक में भेज दी जाएगी और आगे भी मिलती रहेगी। यदि आपने ऐसा नहीं किया, तो आप एल.पी.जी. सब्सिडी से वंचित हो जाएंगे। एक जनवरी 2015 से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत देश के अन्य भाग में पहल लागू तो हो गया है लेकिन इससे अभी तक शत प्रतिशत ग्राहक जुड़ नहीं पाए हैं। पहल से नहीं जुड़ने वाले ग्राहकों को 31 मार्च 2015 के बाद से गैस सिलैंडर पर सब्सिडी मिलना बंद हो गया है। ग्राहक चाहें तो उन्हें यह सब्सिडी मिल सकती है। पैट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधिकारी बताते हैं कि इस वर्ष अप्रैल, मई और जून को पार्किंग पीरियड घोषित किया गया है।
मतलब, पहल से नहीं जुड़ने वाले ग्राहकों की भी सब्सिडी जारी की जाएगी लेकिन उसे ग्राहकों को नहीं दे कर अलग रख दिया जाएगा। यदि ऐसे ग्राहक 30 जून 2015 तक अपने एसवी नंबर को बैंक अकाऊंट नंबर से लिंक करा देते हैं, तो उनके खाते में सब्सिडी की रकम हस्तांतरित कर दी जाएगी। ग्राहक यदि ऐसा नहीं करते हैं, तो एक जुलाई 2015 के बाद यह राशि जब्त कर ली जाएगी। 30 जून के बाद लिंक कराने वालों को पिछली सब्सिडी नहीं मिलेगी। उनके मुताबिक पहल से जुड़ने के लिए आधार नंबर अनिवार्य नहीं है लेकिन यदि आधार नंबर देते हैं तो इससे गैस एजैंसी और बैंक को सहूलियत होती है। देश में इस समय कुल 15.3 करोड़ एल.पी.जी. ग्राहक हैं, जिनमें से 80 फीसदी से ज्यादा (करीब 12 करोड़) ग्राहक पहल से जुड़ गए हैं। उनके मुताबिक इसे ग्रामीण क्षेत्र में अपार समर्थन मिला है, जहां करीब करीब शत प्रतिशत सीडिंग हो गई है।