अगले ढाई वर्षों तक ये पांच राशियां हैं शनि के नजरों में, जानिए ज्योतिषी उपाय
ज्योतिष में शनि की विशेष भूमिका होती है। शनि के अच्छे और बुरे प्रभाव से व्यक्ति को कई तरह परेशानियां और खुशियां प्राप्त होती हैं। शनि न्यायप्रिय ग्रह कहलाते हैं। 24 जनवरी 2020 से शनि मकर राशि में भ्रमण पर है जहां पर ये अगले ढाई साल तक इसी राशि में रहेंगे। शनि के किसी एक राशि में रहने से उस राशि के आलावा कई और राशियों पर इसका प्रभाव पड़ता है।
शनि के मकर राशि में गोचर होने से धनु, कुंभ और मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती चढ़ी हुई है। जबकि मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है। ऐसे में इन पांच राशि वाले जातकों पर कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं शनि आने वाले मई महीने की 11 तारीख को वक्री चाल चलेंगे। जिस वजह से इन राशियों पर और ज्यादा परेशानियां आ सकती है।
अगर किसी भी जातक की कुंडली में शनि शुभ स्थिति में है तो शनि की चाल से उस व्यक्ति को कई तरह का लाभ मिल सकता है। वहीं दूसरी ओर कुंडली में शनि की अशुभ स्थिति होने पर बुरा प्रभाव देखने को मिल सकता है। शनि के बुरे प्रभाव में आने वाले जातक अगर कुछ ज्योतिषी उपाय करेंगे तो शनि का बुरा प्रभाव कम पड़ेगा। आइए जानते हैं कुछ ज्योतिषी उपायों के बारे में…
मान्यता है जो व्यक्ति हनुमान भक्ति में रमा होता है उस पर कभी भी शनि की अशुभ छाया नहीं पड़ती। ऐसे में शनि को प्रसन्न करने के लिए हर मंगल और शनिवार को हनुमानजी की विशेष आराधना करनी चाहिए।
शनि की अशुभ छाया से बचने के लिए किसी अच्छे ज्योतिषी की सलाह लेकर नीलम रत्न पहनना चाहिए।
शनि साढ़ेसाती या ढैय्या से प्रभावित जातकों को किसी भी तरह का गलत काम नहीं करना चाहिए।
शाम के समय काले तिल के तेल का दीपक जलाने से शनि दोष दूर होता है। ऐसे में जिन जातकों पर इस समय शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या सवार है उनको यह उपाय जरूर करना चाहिए।
शनि मंत्रो का नियमित जाप करने से भी शनि के अशुभ प्रभावों का असर कम होता है।
हर शनिवार को शनि मंदिर में जाकर शनिदेव के दर्शन करने के बाद गरीबों को दान करना चाहिए।