अगले महीने की पांच तारीख को है नागपंचमी, 125 साल बाद बनेगा दुर्लभ संयोग
सावन का महीना चल रहा है। हिन्दू धर्म में सावन महीने को बहुत ही पवित्र महीना माना गया है। भगवान शिव को यह महीना बहुत ही प्रिय होता है। कहा जाता है सावन के महीने में भगवान शिव साक्षात शिवलिंग में निवास करते हैं। सावन महीने में सोमवार का विशेष महत्व होता है। सोमवार का दिन भगवान शिव का माना जाता है। सावन महीने में ही नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। नागपंचमी हर साल पंचमी तिथि को होती है। इस सावन कराएं ज्योतिर्लिंग रुद्राभिषेक, भोले बाबा करेंगे सभी मनोकामनाएं पूरी।
इस बार नागपंचमी पर बहुत ही दुर्लभ योग बन रहा है। यह ऐसा योग होगा जो पूरे 125 सालों के बाद आएगा। सावन के तीसरे सोमवार को नाग पंचमी होगी। नाग पंचमी के दिन सोमवार होने से इस पर्व का फल कई गुना बढ़ जाएगा। इस संयोग से संजीवनी महायोग बनेगा। सावन के महीने में सोमवार के दिन नाग पंचमी का संयोग बहुत ही दुर्लभ होता है। तीसरा सोमवार अद्भुत मुहूर्त में आ रहा है जो कि पांच अगस्त को पड़ेगा। यह दिन श्रावण के श्रेष्ठ मुहूर्तों में एक है। इस दिन पूर्णा तिथि है, सोम का नक्षत्र हस्त भी विद्यमान है और सिद्धि योग के साथ-साथ वर्ष की श्रेष्ठ पंचमी यानी नाग पंचमी भी है।
सावन शुक्ल पक्ष की पंचमी को नागदेव के पूजन करने की परंपरा है। नाग भगवान शिव के आभूषणों में एक है। इस दिन शिव का रुद्राभिषेक करने और कालसर्प दोष का पूजन का शुभ योग माना जाता है।
नाग पंचमी शुभ मुहूर्त
4 अगस्त को पंचमी तिथि शाम 6.48 बजे शुरू होगी और 5 अगस्त दोपहर 2.52 बजे तक रहेगी। 5 अगस्त के दिन नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त सुबह 5:49 से 8:28 के बीच पड़ रहा है।