अगवा किए गए महामंडलेश्वर का मिला शव, मचा हड़कंप
महामंडलेश्वर को मंगलवार की रात उनके घर से अगवा कर लिया गया था। मामले में महामंडलेश्वर के ड्राइवर नटवर समेत चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
पुलिस की शुरुआती जांच में कुख्यात अपहरणकर्ता नजाकत का नाम सामने आया था। पुलिस ने चारों आरोपियों में धीरज और विष्णु को भी गिरफ्तार किया। विष्णु मवाना इलाके का ही रहना वाला है।
पुलिस ने दावा किया था कि पुलिस कस्टडी से भागे हुए कुख्यात नजाकत उर्फ पप्पू ने महामंडलेश्वर को अगवा कराया था। नामजद ड्राइवर नटवर व उसका साथी नीशू भी फरार है। नटवर, तांत्रिक नजाकत उर्फ पप्पू का साथी बताया गया । अपहरण के पीछे करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी का मामला सामने आया था।
फूलबाग कॉलोनी गली नंबर-8 में महामंडलेश्वर राजेंद्र स्वरूप अपने परिवार के साथ रहते थे। मंगलवार रात महामंडलेश्वर के पास उनका ड्राइवर नटवर निवासी खत्ता रोड ब्रह्मपुरी इंडिगो कार से आया था। रात करीब दस बजे नटवर वापस जाने लगा तो महामंडलेश्वर उसको छोड़ने गली के बाहर तक आए। इसी दौरान ऑल्टो कार में सवार चार बदमाश महामंडलेश्वर को अगवा करके ले गए थे। शोर मचने पर जब आसपास के लोग जमा हुए थे तो बदमाश खुद को एसटीएफ से बताकर उनको लेकर वहां से चले गए थे।
महामंडलेश्वर के घर से भागा था नजाकत
पुलिस के मुताबिक नामजद आरोपी नटवर की कुख्यात नजाकत से दोस्ती है। पुलिस कस्टडी से नजाकत को भगाने में नटवर ने उसकी मदद की थी। महामंडलेश्वर के मकान से नजाकत भागा था, इसकी पुष्टि पुलिस जांच में हुई थी। बताया गया कि दोनों सिपाही नजाकत को फूलबाग कॉलोनी में अक्सर लाते थे। इस मामले में दोनों सिपाही सस्पेंड हुए थे।
बदमाश का मोबाइल गिरा था
जबरन कार में बैठाने पर महामंडलेश्वर बदमाशों से भिड़ गए थे। इस दौरान एक बदमाश का फोन वहां गिर गया था। जिसको धीरज नाम के युवक ने उठाया था। पुलिस ने धीरज को तलाश किया, ताकि बदमाशों के फोन से कुछ क्लू हाथ लग सके। पुलिस का दावा है कि धीरज ने मोबाइल बंद कर लिया था। सवाल उठता है कि क्या धीरज भी अपहरण करने वालों के साथ था।