नयी दिल्ली ।सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी को इस मुद्दे पर पार्टी का रुख स्पष्ट करना चाहिये। चुनाव आयोग द्वारा लगायी गयी पाबंदी हटने के बाद पहली बार शाह संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मैं कांग्रेस से एक सवाल पूछना चाहता हूं कि कुछ दिन पहले एक चैनल ने खुफिया रिपोर्ट के हवाले से बताया था कि वाराणसी से कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय का नाम एके 47 रायफलों के कारोबार से जुड़ा पाया गया है। शाह ने कहा कि देश में केन्द्र की सरकार बदलने का मूड बना है। कांग्रेस हाल में जिस तरह से मुद्दे उठा रही है उससे लगता है कि उसके पास मुद्दों की कमी है। केन्द्र में 10 साल तक राज करने वाली सरकार अपनी उपलब्धियों को बताने के बजाय व्यक्तिगत आरोप लगा रही है। वह जनता के सवालों का जवाब नहीं दे पा रही है। रुपये का अवमूल्यन, महिला सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा तथा भ्रष्टाचार के मुद्दों पर जवाब देने के बजाय कांग्रेस के शीर्ष नेता व्यक्तिगत आरोपों पर ज्यादा ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं।शाह ने कहा कि कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपील करते हैं कि महिलाओं की सुरक्षा होनी चाहिये, भ्रष्टाचार खत्म होना चाहिये। मैं पूछता हूं कि केन्द्र में 10 साल तक आपकी सरकार थी तब आपने यह सब क्यों नहीं किया। उन्होंने कहा कि राहुल बड़ी रसूखदार स्थिति में रहे हैं। देश की जनता में इतनी निराशा क्यों है। देश ठगा हुआ क्यों महसूस कर रहा है। सबसे भ्रष्ट सरकार संप्रग-दो की सरकार रही है। आजादी के बाद सबसे बड़ी महंगाई की मार जनता पर पड़ी तो उसकी जिम्मेदार संप्रग की सरकारें हैं। उन्होंने कहा कि सीमाओं की सुरक्षा और विदेश नीति के मुद्दे पर केन्द्र की सबसे हास्यास्पद स्थिति रही। इसका जवाब कोई कांग्रेस नेता नहीं देता। शाह ने बताया कि मोदी वाराणसी से अपना नामांकन आगामी 24 अप्रैल को करेंगे। उन्होंने दावा किया कि मोदी के नामांकन दाखिल करते ही भाजपा की जो लहर चल रही है, वह सुनामी में बदल जाएगी।चुनाव आयोग की पाबंदी से मुक्ति पाये शाह ने अब भी वैसा ही प्रतिबंध सहन कर रहे सपा नेता आजम खान द्वारा आयोग के बारे में की जा रही आपत्तिजनक टिप्पणियों के बारे में सवाल होने पर दो टूक कहा कि सबको आयोग का सम्मान करना चाहिये। यह पूछे जाने पर कि क्या कभी उन्होंने केन्द्र में भाजपा की सरकार बन जाने पर उत्तर प्रदेश सरकार को गिरा देने की बात कही थी, शाह ने कहा कि हमने सरकार गिराने की बात नहीं कही थी, हमने कहा था कि जनादेश को देखकर सरकार खुद गिर जाएगी। गुजरात में अडाणी समूह को एक रुपये प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से जमीन दिये जाने के आरोपों के बारे में सवाल होने पर उन्होंने सीधा उत्तर टालते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात में उद्योगों को जमीन देने की नीति को सबसे अच्छा बताया है और कहा है कि सबको इसी नीति को मानना चाहिये। यह कहे जाने पर कि भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध के कारण केजरीवाल को वाराणसी में बार-बार अपना ठिकाना बदलना पड़ रहा है, शाह ने कहा कि यह आरोप गलत है।उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता ऐसा काम नहीं कर सकते, हम चाहते हैं कि सबको अपनी बात कहने और जनता के बीच अपना पक्ष रखने का मौका मिलना चाहिये।