हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए नौ नवंबर को होने वाली वोटिंग के लिये चुनाव प्रचार के खत्म होने में अब 24 घंटे से भी कम का समय बचा है और वरिष्ठ बीजेपी नेता धुआंधार प्रचार में लगे हुए हैं, तो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी मोर्चा संभाले हुए हैं. 7 नवंबर को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है. बड़ी संख्या में नेता इस पर्वतीय राज्य में जमे हुए हैं और उन्होंने सोमवार को रैलियों को संबोधित किया.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह, सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हिमाचल प्रदेश पहुंचे. केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और थावरचंद गहलोत और बिहार सरकार में मंत्री मंगल पाण्डेय राज्य में कैंप कर रहे हैं.
पार्टी के हिमाचल मामलों के प्रभारी पाण्डेय ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष का हिमाचल में भी गुजरात का भूत पीछा नहीं छोड़ रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस पहले ही हार स्वीकार कर चुकी है और अब लोगों का सामना करने से भी डर रही है.
मोदी ने हिमाचल के पर्यटन, फल उत्पादकों का नुकसान किया: राहुल
इससे पहले सोमवार को चुनाव प्रचार में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश के पर्यटन और फल उद्योग को नुकसान पहुंचा रहे हैं. राहुल ने राज्य में 9 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सिरमौर जिले के पोंटा साहिब में रैली के दौरान कहा, ‘मोदीजी ने सेब उत्पादकों, किसानों और जो भी पर्यटन उद्योग में हैं, उनका नुकसान किया है.’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस छोटे उद्योगों का समर्थन करती है. हमलोग वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के विरोध में नहीं हैं. हमने केवल यह कहा था कि सरकार को इसे लागू करने से पहले इसका विस्तृत अध्ययन करना चाहिए.’ राहुल ने कहा, ‘लेकिन सरकार ने हमारी नहीं सुनी. अब इस निर्णय से सभी जूझ रहे हैं. जब हम 2019 में सत्ता में आएंगे, हमलोग जीएसटी को लोगों के लिए आसान बनाएंगे.’