भावी पीढ़ी पर ही यह जिम्मेदारी, समाज को एक नया मोड़ दें : डॉ. जगदीश गांधी
अन्तर्राष्ट्रीय इतिहास एवं नागरिक शास्त्र महोत्सव सीएमएस में 19 अगस्त से
लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर कैम्पस द्वारा चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय इतिहास एवं नागरिक शास्त्र महोत्सव ‘रिफलेक्शन-2017’ का आयोजन 19 से 22 अगस्त तक सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में किया जा रहा है। इस अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव में नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, कतर एवं भारत के विभिन्न प्रान्तों से लगभग 500 छात्र अपनी प्रतिभा व ज्ञान का प्रदर्शन करने लखनऊ पधार रहे हैं। यह जानकारी आज यहाँ आयोजित प्रेस कान्फ्रेन्स में ”रिफलेक्शन-2017“ की संयोजिका व सी.एम.एस. महानगर कैम्पस की प्रधानाचार्या डा. कल्पना त्रिपाठी ने दी। डा. त्रिपाठी ने बताया कि ‘रिफलेक्शन-2017’ के अन्तर्गत देश-विदेश के छात्रों को एक अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर अपने ज्ञान को जांचने का अवसर तो मिलेगा ही, साथ ही विचारों के आदान-प्रदान से एक-दूसरे की सभ्यता और संस्कृति से भी अवगत होंगे। रिफलेक्शन-2017 की प्रतियोगिताओं की जानकारी देते हुए संयोजिका व सी.एम.एस. महानगर कैम्पस की प्रधानाचार्या डा. कल्पना त्रिपाठी ने बताया कि इस आयोजन की प्रतियोगिताए स्वयं में ही इतना आकर्षण समेटे हैं कि देश-विदेश के छात्र इसमें प्रतिभाग हेतु उत्साहित होंगे और उनमें इतिहास व नागरिक शास्त्र जैसे विषयों की ओर रुचि बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि ‘रिफलेक्शन-2017’ की प्रतियोगिताओं में इण्टरनेशनल हिस्ट्री ओलम्पियाड, लीग ऑफ नेशन्स (ग्रुप डिस्कशन), केलाइडोस्कोप (ब्रोशर-मेकिंग), एक्सप्रेशिव आईज (पोस्ंटर-मेकिंग), इन्विजन (वाद-विवाद), स्कप्टिंग आईडियाज (माडल डिस्प्ले), प्लैटो पॉन्डरिंग्स (भाषण), हॉली रिविलेशन (मल्टीमीडिया प्रजेन्टेशन), इंडीवर (प्रोजेक्ट ऑफ कम्युनिटी सर्विस), आस्ट्रा ग्रेस (कोरियोग्राफी) आदि प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि इन रोचक प्रतियोगिताओं से छात्रों का न सिर्फ ज्ञानवर्धन होगा बल्कि वे एक दूसरे की संस्कृति व सभ्यता भी जानेंगे और आपसी समझ भी पनपेगी।
पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि भावी पीढ़ी के कंधो पर ही यह जिम्मेदारी है कि वे समाज को एक नया मोड़ दें और इसीलिए यह आवश्यक है कि विभिन्न देशों के छात्र एक अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर एक दूसरे से मिलें व निर्भय होकर अपने विचारों की अभिव्यक्ति करें। इन्हीं विचारों के अनुरूप लखनऊ की सरजमीं पर इतिहास एवं नागरिक शास्त्र का यह अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। शिक्षा के माध्यम से हमें ऐसे बीज बोने है जिससे विश्व एकता व विश्व शान्ति पर आधारित एक नया समाज गठित हो। आगे बोलते हुए डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव युवा पीढ़ी व भावी पीढ़ी को आने वाले वक्त के लिए तैयार हेतु एक क्रान्तिकारी कदम है। भावी पीढ़ी जैसे जैसे अपने विगत इतिहास व पुरातन सभ्यताओं को समझेगी, वैसे ही उनमें आने वाले कल के लिए नई समझ पैदा होगी और यही आगे चलकर न्याय, एकता व शान्ति पर आधारित विश्व समाज की आधारशिला बनेगा। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि ‘रिफलेक्शन-2017’ का भव्य उद्घाटन 19 अगस्त, शनिवार को सायं 5.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में सम्पन्न होगा। इस अवसर पर सी.एम.एस. छात्र शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों की छटा बिखेरेंगे तथापि कई प्रख्यात हस्तियों की उपस्थित समारोह की गरिमा को बढ़ायेगी। ‘रिफलेक्शन-2017’ में देश-विदेश की लगभग 60 छात्र टीमें प्रतिभाग कर रही हैं।