लखनऊ

अन्तर्राष्ट्रीय कम्प्यूटर ओलम्पियाड ‘कोफास-2018’ का भव्य उद्घाटन

लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल, राजेन्द्र नगर (तृतीय कैम्पस) द्वारा आयोजित चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कम्प्यूटर ओलम्पियाड ‘कोफास-2018’ का भव्य उद्घाटन आज सायं सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पधारे प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर अन्तर्राष्ट्रीय कोफास-2018 का विधिवत् उद्घाटन किया। रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच सम्पन्न हुए इस भव्य समारोह में नेपाल, जार्डन एवं भारत के विभिन्न प्रान्तों से पधारे प्रतिभागी छात्रों ने एक अनूठे अंदाज में अपना परिचय प्रस्तुत किया। बाल वैज्ञानिकों के चमकते चेहरों व उल्लासपूर्ण माहौल में सम्पन्न उद्घाटन समारोह का दृश्य देखने लायक था।

उद्घाटन समारोह में देश-विदेश से आये प्रतिभागियों की उपस्थिति से सम्पूर्ण आॅडिटोरियम एक साइवर विलेज जैसा प्रतीत हो रहा था जिसने विभिन्न संस्कृति, सभ्यता, भाषा, वैज्ञानिक दृष्टिकोण एवं सोच-विचार के मेल-मिलाप से विश्व शान्ति, विश्व एकता एवं विश्व बन्धुत्व की विचारधारा ने सभी को एक सुखद अहसास कराया। विदित हो कि चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय कम्प्यूटर ओलम्पियाड ‘कोफास-2018’ का आयोजन सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (तृतीय कैम्पस) के तत्वावधान में 31 अक्टूबर से 3 नवम्बर तक किया जा रहा है जिसमें नेपाल, जार्डन एवं भारत के विभिन्न प्रान्तों से लगभग 700 छात्र प्रतिभाग कर रहे हैं। उद्घाटन समारोह में देश-विदेश से पधारे बाल वैज्ञानिकों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि सिद्धार्थ नाथ सिंह, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री, उ.प्र. ने कहा कि कम्प्यूटर एवं विज्ञान को सभी क्षेत्रों में अपनाने की आवश्यकता है, तभी हम विश्व के साथ मिलकर आगे बढ़ सकेंगे। उन्होंने भावी कम्प्यूटर वैज्ञानिकों को विज्ञान का उपयोग मानवता की भलाई के लिए करने हेतु प्रेरित करते हुए कहा कि कोफास जैसे आयोजनों से भावी वैज्ञानिकों को अपनी प्रतिभा को विकसित करने का पूरा लाभ उठाना चाहिए।

इससे पहले उद्घाटन समारोह में सी.एम.एस. छात्रों ने देश-विदेश के प्रतिभागी छात्र टीमों एवं उनके शिक्षकों के सम्मान में भारतीय लोक गीतों का आलोक बिखरते एवं विश्व एकता व शान्ति का सन्देश देते अनेक शिक्षात्मक एवं प्रेरणादायी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया। कार्यक्रम की शुरुआत सर्वधर्म प्रार्थना व विश्व शान्ति प्रार्थना से हुई। छात्रों ने इस अवसर पर एक शानदार विश्व संसद का आयोजन भी किया। विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए छात्रों ने विश्व की समस्याओं की गहन चर्चा की और वैज्ञानिक व शान्ति पूर्ण ढंग से समाधान भी सुझाए। इससे पहले, ‘कोफास इण्टरनेशनल-2018’ में प्रतिभाग हेतु देश-विदेश से पधारे बाल वैज्ञानिक आज अपरान्हः सत्र में पत्रकारों से रूबरू हुए और इस वृहद आयोजन पर खुलकर अपने विचार रखे। पत्रकारों से बातचीत करते हुए अपेक्स स्कूल, नेपाल से पधारे छात्रों ने कहा कि इस ओलम्पियाड में प्रतिभाग करने का मकसद कम्प्यूटर में प्रतिस्पर्धा तो है ही, साथ ही इससे मेलजोल और भाई-चारे की भावनाओं का भी विकास होता है। हमें उम्मीद है यहाँ हमारे कई मित्र बनेंगे और यहाँ हमें काफी कुछ सीखने को मिलेगा। जार्डन के जुबली स्कूल से पधारे छात्रों ने कहा कि भारत आना उनके लिए एक स्वप्न का पूर्ण होना है। इस टीम के छात्र सदस्य कम्प्यूटर महोत्सव में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए अत्यधिक उत्साहित हैं। उन्हें विश्वास है कि वे प्रतियोगिताओं में अपनी सर्वोच्च योग्यता का प्रदर्शन करके अधिक से अधिक पदक जीतकर ले जायेंगे।

जेवियर इण्टरनेशनल कालेज, नेपाल, से पधारे छात्रों में इस ओलम्पियाड में प्रतिभाग करने का भरपूर उत्साह दिखाई दिया। इन छात्रों ने कहा कि वे कोफास की सभी प्रतियोगिताओं में जमकर हिस्सा लेंगे। उन्हें उम्मीद है कि वे जरूर कई इनाम जीतकर लौटेंगे। कालिका मानवज्ञान सेकेण्डरी स्कूल, नेपाल से पधारे छात्रों का कहना था कि इस शैक्षिक वातावरण में उन्हें काफी कुछ सीखने को मिलेगा व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के कम्प्यूटर विशेषज्ञों की ज्ञानवर्धक बातें सुनने को मिलेगी। इसी प्रकार देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे छात्रों का कहना था कि कम्प्यूटर का ज्ञान आज प्रत्येक छात्र के लिए अनिवार्य है क्योंकि आज कम्प्यूटर मात्र शैक्षिक व व्यावसायिक प्रक्रिया का साधन ही नहीं अपित दैनिक जीवन का एक अंग बन चुका है। ‘कोफास इण्टरनेशनल-2018’ की संयोजिका एवं सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर (तृतीय कैम्पस) की प्रधानाचार्या जयश्री कृष्णन ने इस अवसर पर कहा कि ग्लोबल विलेज का स्वरूप लेती वर्तमान विश्व व्यवस्था में कम्प्यूटर की महत्वूपर्ण भूमिका है, ऐसे में कम्प्यूटर का ज्ञान व उसका सही उपयोग भावी पीढ़ी के अत्यन्त उपयोगी है। इस अन्तर्राष्ट्रीय कम्प्यूटर ओलम्पियाड द्वारा भावी पीढ़ी में कम्प्यूटर, टेक्नोलाॅजी, इण्टरनेट एवं साइवर स्पेस के प्रति सूक्ष्म विश्लेषण की प्रवृत्ति को विकसित करने का प्रयास किया जायेगा। इस ओलम्पियाड में आयोजित की जा रही विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्रों के ज्ञान-विज्ञान की प्रतिस्पर्धा व परख तो होगी ही, साथ ही इससे मेलजोल और भाई-चारे की भावनाओं का भी विकास होगा।

सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि इन अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के साथ-साथ विश्व एकता की भावना को जगाना है, तभी इस भावी पीढ़ी के भविष्य को संवारा जा सकता है। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि कोफास इण्टरनेशनल-2018 में प्रतियोगिताओं का सिलसिला कल प्रातः 10 बजे से सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में प्रारम्भ होगा जो कि 3 नवम्बर को पुरस्कार वितरण समारोह के साथ सम्पन्न होगा। कल होने वाली प्रतियोगिताओं में काॅन्फैबुलर (डिबेट), कम्प्यूटर विजार्ड, साफ्टेक, कैपेसिडेड (एप्टीट्यूट टेस्ट), एड टेक (एडवरटीजमेन्ट), द फूटेज एवं मैथलेट्स (गणित प्रतियोगिता) आदि प्रमुख हैं। इन प्रतियोगिताओं में विदेशों की 21 छात्र टीमों समेत लगभग 70 राष्ट्रीय व स्थानीय छात्र टीमें प्रतिभाग कर रही हैं।

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