उत्तर प्रदेशलखनऊ

अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर का भव्य उद्घाटन सीएमएस में आज

लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल की मेजबानी में आयोजित 25वें अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर ‘हैप्पी पीपुल विलेज’ का भव्य उद्घाटन कल दिनाँक 30 दिसम्बर, शनिवार को अपरान्हः 1.00 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में हो रहा है। प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे तथापि 13 देशों से पधारे प्रतिभागी बच्चे रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को चरितार्थ करेंगे। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि सी.एम.एस. की मेजबानी में लगातार 25वें वर्ष एक माह के ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’ का आयोजन 28 दिसम्बर 2017 से 24 जनवरी 2018 तक किया जा रहा है, जिसका औपचारिक उद्घाटन कल 30 दिसम्बर को किया जायेगा। इस ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर’ में इटली, मैक्सिको, जापान, स्वीडन, फिनलैण्ड, नार्वे, जर्मनी, अमेरिका, ब्राजील, कनाडा, कोस्टारिका, थाईलैण्ड एवं भारत के बच्चे एक साथ एक ही छत के नीचे साथ-साथ रहकर एक-दूसरे की सभ्यता, सँस्कृति, खान-पान, रीति-रिवाजों व रहन-सहन आदि से परिचित हो रहे हैं, साथ ही साथ विश्व बन्धुत्व, विश्व एकता, विश्व शान्ति, सौहार्द एवं भाईचारे का पाठ पढ़ रहे हैं।

श्री शर्मा ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर में प्रतिभाग हेतु 13 देशों के बाल प्रतिनिधियों का लखनऊ पधारने पर भव्य स्वागत हुआ। सी.एम.एस संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी के नेतृत्व में सी.एम.एस. शिक्षकों ने विभिन्न देशों से पधारे बाल प्रतिनिधियों का लखनऊ में हार्दिक स्वागत किया। लखनऊ आगमन पर ये बच्चे भी खुशी से फूले नहीं समा रहे थे एवं अपने शानदार स्वागत से गद्गद् थे। इंग्लैण्ड की चिन्ड्रेन्स इन्टरनेशनल समर विलेज संस्था (सी.आई.एस.वी.) के तत्वावधान में विश्व के अलग-अलग देशों में इस प्रकार के अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविरों का आयोजन किया जाता है एवं इसी कड़ी में सी.एम.एस. की मेजबानी में 25वाँ अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर आयोजित किया जा रहा है। बाल शिविर के अन्तर्गत प्रतिभागी बच्चों के ठहरने, खाने-पीने, खेल-कूद, ऐतिहासिक स्थलों के भ्रमण, चिकित्सा आदि की सारी सुविधाए सी.एम.एस. द्वारा उपलब्ध करायी जा रही हैं। अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर के अन्तर्गत विभिन्न संस्कृति, भाषा, सभ्यता, रीति-रिवाज में पले-बढ़े बच्चों को इस प्रकार के एक माह लम्बे अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर में इकट्ठा रखे जाने का उद्देश्य छोटे बच्चों के कोमल हृदय में आपसी भाईचारा, विश्व शांति तथा विश्व बन्धुत्व की भावना का समावेश करना है।

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