अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर में प्रतिभाग हेतु ब्राजील रवाना हुआ सीएमएस छात्र दल
लखनऊ : सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) का तीन सदस्यीय दल एक माह के ‘चिल्ड्रेन्स इण्टरनेशनल समर विलेज कैम्प (सी.आई.एस.वी.)’’ में प्रतिभाग हेतु ब्राजील रवाना हो गया। ब्राजील रवाना होने से पूर्व इस दल के सदस्यों को विद्यालय के शिक्षकों व अभिभावकों ने अमौसी एअरपोर्ट पर विदाई दी। इस अवसर पर सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या आभा अनन्त भी उपस्थित थीं। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि बाल शिविर के प्रतिभागी छात्रों का नेतृत्व सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की शिक्षिका सुश्री नीलू कटियार कर रही हैं जबकि प्रतिभागी छात्रों में सोमिल सिंह एवं मनन अग्रवाल शामिल हैं। श्री शर्मा ने बताया कि एक माह अवधि का यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर ब्राजील के साओ पाउलो शहर में आयोजित किया जा रहा है। शर्मा ने बताया कि इंग्लैण्ड की चिल्ड्रेन्स इण्टरनेशनल समर विलेज संस्था (सी.आई.एस.वी.) के तत्वावधान में आयोजित इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर में प्रतिभाग हेतु भारत सहित कई देशों के 11 से 12 वर्ष की उम्र के बच्चे अपने शिक्षकों के नेतृत्व में ब्राजील पहुँच रहे हैं। इसके अलावा 15 से 17 वर्ष की उम्र के जूनियर काउन्सलर भी इस अन्तर्राष्ट्रीय शिविर में भाग ले रहे हैं, जो कि वयस्क प्रतिभागियों एवं बाल प्रतिभागियों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभायेंगे, साथ ही शिविर की सुव्यवस्था बनाये रखने में योगदान देंगे।
शर्मा ने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर में प्रतिभाग करने का प्रमुख उद्देश्य छात्रों की सोच को विस्तृत एवं विश्वव्यापी बनाना है जिससे उनमें अन्य देशों के छात्रों के साथ साँस्कृतिक एवं अन्तर्राष्ट्रीय समझ विकसित होगी। इसके अलावा यह कैम्प विभिन्न देशों के छात्रों की बीच जागरूकता लाने, उनमें सकारात्मक भाव विकसित करने एवं साथ-साथ रहने व कार्य करने की क्षमता एवं ज्ञान विकसित करने में मदद करता है। बाल शिविर में प्रतिभाग करने वाले छात्र विभिन्न देशों की संस्कृति व सभ्यता को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं एवं उनमें आपसी एकता व मैत्री भावना का संचार होता है। शर्मा ने बताया कि इस अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर में भाग लेने वाले छात्रों को ठहरने, खाने-पीने, खेल-कूद, ऐतिहासिक स्थलों के भ्रमण, चिकित्सा आदि की सारी सुविधायें उपलब्ध करायी जायेगी। इसके अलावा देश-विदेश के बच्चे ब्राजील के मेजबान परिवारों में दो दिन रहकर वहां के रहन-सहन, खान-पान, रीति-रिवाज आदि का नजदीक से ज्ञान प्राप्त करेंगे। श्री शर्मा ने कहा कि विभिन्न संस्कृति, भाषा, सभ्यता, रीति-रिवाज में पले-बढ़े बच्चों के इस प्रकार के एक माह लम्बे अन्तर्राष्ट्रीय बाल शिविर में एक साथ रखने का उद्देश्य छोटे बच्चों के कोमल हृदय में आपसी भाईचारा, विश्व शान्ति तथा विश्व बन्धुत्व की भावना का समावेश करना है।