अपनी इस रानी की वजह से पृथ्वीराज हारे थे गौरी के हाथों युद्ध
अपनी इस रानी की वजह से पृथ्वीराज हारे थे गौरी के हाथों युद्ध …दोस्तों पृथ्वीराज को तो हम सब जानते हैं पृथ्वीराज भारत का एक महान वीर योद्धा था पृथ्वीराज एक वीर योद्धा होने के साथ-साथ एक महान प्रेमी भी था। वह अपनी पत्नी संयोगिता से बहुत ही अधिक प्रेम करता था। दोस्तों जब पृथ्वीराज और संयोगिता ने कन्नौज से भागकर विवाह किया था तो उसके बाद पृथ्वीराज हमेशा संयोगिता के ख्यालों में खोए रहते थे।
वह संयोगिता से इतना प्रेम करते थे कि उसके चक्कर में उन्होंने अपने अपने महत्वपूर्ण राज कार्यों में भी पूर्ण रूप से भाग नहीं ले रहे थे। तब इसका फायदा मोहम्मद गौरी को मिला जब मोहम्मद गोरी तराइन का प्रथम युद्ध हार गया था तो उसके बाद उसे पृथ्वीराज की शक्ति का पता लग गया था।
उस ने पृथ्वीराज पर दुगनी सेना के साथ आक्रमण करने की तैयारी कर पानीपत नाम के स्थान पर पहुंच गया और पृथ्वीराज को युद्ध के लिए सीधी चुनौती दे दी। तब पृथ्वीराज के परम मित्र ने पृथ्वीराज को अपने इस प्रेम जाल से बाहर निकलने के लिए कहा।
मोहम्मद गौरी से युद्ध की तैयारी करने के लिए आमंत्रित किया। दोस्तों जब तक पृथ्वीराज युद्ध की तैयारी करता उससे पहले ही मोहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज पर आक्रमण कर दिया और पृथ्वीराज को बंदी बना लिया।