अपनी बेटी को हर माता-पिता को देनी चाहिए ये 4 चीजें, रिश्तों में बढती है मजबूती
आज के समाज की बात करें तो आज के समाज में लड़कियां लड़कों से किसी भी मामले में पीछे नहीं है। हर एक क्षेत्र में लड़कों की बराबरी करके लड़कियां आज अपने माता-पिता का नाम रोशन कर रही है। हालांकि आज भी भारत में कई सारे ऐसे लोग मौजूद हैं जो कि अपनी बेटियों को बोझ समझा करते हैं। बोझ समझने की वजह से अक्सर यह लोग बेटे की चाह रखते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कि बेटियों की चाह रखा करते हैं। यहां गौर करने वाली बात यह भी है कि जब किसी घर में किसी लड़की का जन्म होता है तो ऐसे में माता-पिता अपने बेटी को वह सारी सुख सुविधाएं उपलब्ध करवाते हैं जो कि वह अपने एक बेटे को करवा सकते हैं। इसलिए आज हम इस बात को ध्यान में रखते हुए कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने वाले हैं जो कि हर एक माता-पिता को अपनी बेटी को अवश्य देना चाहिए।
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि कुछ माता पिता अपनी बेटियों की शिक्षा कहीं सरकारी स्कूल में दिलवाया करते हैं। तो वहीं अपने बेटों को शिक्षा के लिए किसी बड़े से प्राइवेट स्कूल में भेज दिया करते हैं। इन लोगों की ऐसी सोच हुआ कहती है कि अगर वह लोग बेटों की पढ़ाई में ज्यादा पैसा लगाते हैं तो ऐसे में उन्हें बाद में वह पैसे मिल जाएंगे। परंतु अगर बेटियों की पढ़ाई में वह पैसे खर्च कर देते हैं तो ऐसे में वह उनके लिए व्यर्थ हो जाएगा। परंतु हम आपको बता दें कि आज के दौर में बेटे और बेटियों को 1 लेवल की शिक्षा देनी चाहिए क्योंकि आज के दौर में बेटियां बेटों से किसी भी मामले में बिल्कुल भी कम नहीं है।
आजादी
भारत में रहने वाले लोगों की यह एक बड़ी समस्या है कि आज जितनी ज्यादा आजादी लड़कों को दी जाती है उतनी ज्यादा आजादी लड़कियों को नहीं दी जाती। लड़कों को जहां कपड़े पहनने, बाहर जाने या फिर दोस्तों के साथ घूमने का जो आजादी मिला करती है। वह आजादी ज्यादातर लड़कियों को नहीं मिलती। इसलिए किसी भी माता-पिता को आज के दौर में लड़की और लड़की में किसी तरह का भेदभाव ना करते हुए उन्हें पूर्ण आजादी देनी चाहिए।
जायदाद में हिस्सा
आज के दौर में शायद ही कोई ऐसे माता-पिता होंगे जो कि अपने जमीन जायदाद में अपने बेटे और बेटियों की बराबर की हिस्सेदारी दिया करते होंगे। आज के दौर में भी लोगों का यह मानना है कि बेटियां तो पराई धन हुआ करती है। ऐसे में वह अगर अपनी बेटियों को अपनी जमीन जायदाद दे देते हैं तो ऐसे में यह उनके लिए अच्छा नहीं होगा।
प्यार और सम्मान
एक माता-पिता जितना प्यार अपने बेटे को दिया करते हैं उतना ही प्यार एक बेटी को भी दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही साथ बेटियों के साथ माता पिता का व्यवहार भी काफी अच्छा होना चाहिए जिससे कि कभी भी उनकी बेटियों का दिल ना दुखे।