अपने ऐतिहासिक दौरे पर हिरोशिमा पहुंचे बराक ओबामा
एजेंसी/ हिरोशिमा। 71 साल पहले जिस जमीन पर अमेरिका ने परमाणु बम से हमला कर लाखों लोगों की जिंदगी खत्म कर दी थी उसी जमीन पर पहली बार कोई अमेरिकी राष्ट्रपति पहुंचा है। बराक ओबामा हिरोशिमा पर हुए परमाणु हमले के 71 साल बाद हिरोशिमा पहुंचे और इसी के साथ वो यहां आने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए।
उन्होंने यहां उस दौरान मारे गए लोगों को श्रृद्धांजलि भी दी। यहां आने के बाद हिरोशिका गेस्ट बुक में उन्होंने लिखा कि शांति फैलाइये और परमाणु हथियार रहित दुनिया बनाएं।
खबरों के अनुसार राष्ट्रपति ओबामा को लेकर एयरफार्स वन का विमान शुक्रवार दोपहर को ईवाकुनी के मरीन कॉर्प्स एयर स्टेशन पर लैंड हुआ जो हिरोशिमा से 25 मील दूर स्थित है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से साथ उन्होंने यहां बने पीस मेमोरियल पाक का दौरा किया और श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति का स्वागत सुनाओ सुबोई ने किया जो परमाणु हमले के दिन 20 वर्ष के थे।
माफी मांगने से किया था इन्कार
हिरोशिमा दौरे से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने हिरोशिमा और नगासाकी पर अमेरिका द्वारा दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान किए गए परमाणु हमले के लिए माफी मांगने से इन्कार कर दिया था।
मारे गए थे लाखों लोग
याद दिला दें कि दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जापान ने अमरीका के पर्ल हार्बर पर हमला कर उसे तबाह कर दिया था। जिसके बाद अमरीका पूरी तरह से हिल गया था और उसने बदला लेने की ठानी, 6 अगस्त 1945 को अमरीका ने हिरोशिमा पर लिटिल बॉय और 9 अगस्त को नागासाकी पर फैट मैन नाम के दो परमाणु बम गिराए थे। हिरोशिमा पर हुए हमले में जहां 80 हजार लोगों की तुरंत मौत हो गई थी वहीं नागासाकी में भी हजारों लोगों ने अपनी जान गंवाई थी।