अपने दम पर नंबर एक बनेगी बसपा : मायावती
लखनऊ (दस्तक ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने यहां शनिवार को ऐलान किया कि उनकी पार्टी ‘मिशन 2०14’ अकेले ही पूरा करेगी और अपने दम पर ‘नंबर वन’ बनेगी। मायावती ने विरोधी दलों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) , समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया और कहा कि बसपा लोकसभा चुनाव में अपने दम पर करिश्मा करेगी। करीब तीन माह बाद लखनऊ लौटने पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, ‘सपा कानून-व्यवस्था न सुधार पाने और विकास कार्य न करने के कारण अपने आप ही पिछड़ गई है। हमने तो प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग की है। पूरे प्रदेश के लोग काफी परेशान हैं। हर वर्ग को रोज दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब जनता को सपा की असलियत समझ आ गया है।’ एक आपराधिक मामले में फंसे सांसद धनंजय सिंह के बारे में पूछे जाने पर बसपा प्रमुख ने कहा कि मामला पुलिस के पास है और जांच चल रही है। अगर सांसद इस मामले में दोषी पाए गए तो पार्टी भी उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा ‘हम अनुशासन को वरीयता देते हैं।’ दिल्ली में तीन बंगलों को एक करने के मसले पर उन्होंने कहा कि यह खबर बेबुनियाद है इसमें जरा भी सत्यता नहीं है।मायावती ने कहा ‘‘हमारी पार्टी शिद्दत से लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी है। हम इस बार किसी से कोई समझौता नहीं करेंगे और देशभर में हर जगह से लड़ेंगे।’’ उन्होंने कहा ‘‘इस बार बसपा करिश्मा करेगी और लोगों के सामने अप्रत्याशित परिणाम होंगे। भाजपा में अंदरूनी लड़ाई चल रही है। नरेंद्र मोदी लालकृष्ण आडवाणी व राजनाथ सिंह में काफी खींचतान चल रही है। इनका हमको लाभ मिलेगा। हमारे कार्यकर्ता इनकी कमजोरियों का लाभ लेने को तैयार है।’’ मायावती ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को बसपा की बजाय अपनी पार्टी के भीतर दलित लीडरशिप पैदा करने की चिंता करनी चाहिए। उन्होंने परोक्ष तौर पर कहा कि राहुल को किसने मना किया है कि वह कांग्रेस में दलित नेतृत्व पैदा न करें। वह एक नहीं हजार दलित नेता पैदा करें इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। भाजपा के प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा ‘‘सपा-बसपा और कांग्रेस की तिकड़ी तो छोड़िए भाजपा में तो राजनाथ आडवाणी और मोदी के बीच ही सिर फुटौव्वल हो रही है।’’उन्होंने कहा कि भाजपा पहले अपनी तिकड़ी पर ध्यान दे उसके बाद हमारे बारे में बात करे। जहां तक सपा के साथ तिकड़ी बनाने का सवाल है तो बसपा कभी सपा के साथ खड़ी नहीं हो सकती।मायावती ने सपा की रथयात्रााओं पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि सिर्फ रथयात्राएं निकालने से पिछड़ों और अतिपिछड़ों का कल्याण नहीं होगा।