
गाजियाबाद से सटे मोदीनगर की 15 वर्षीय किशोरी की हत्या उसी के प्रेमी ने अपने पिता व तीन साथियों के साथ मिलकर की थी। आरोपी के मुताबिक किशोरी शादी की जिद पर अड़ गई थी, लेकिन वह उससे शादी नहीं करना चाहता था। रास्ते से हटाने के लिए उसने हत्या कर दी। पुलिस ने साढ़े चार माह बाद हत्या का खुलासा कर आरोपी प्रेमी, उसके पिता समेत पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से मृतका के कान की बाली, कपड़े, हत्या में इस्तेमाल की गई कार, दो तमंचे और एक बाइक बरामद की है।
एसएसपी वैभव कृष्ण ने प्रेसवार्ता में बताया कि मोदीनगर की किशोरी की दोस्ती निवाड़ी थाना क्षेत्र के गांव पैंगा निवासी सुमित (21) से नवंबर में एक शादी में हुई थी। सुमित ने बात करने के लिए उसे एक फोन भी खरीदकर दिया था। किशोरी की मां को इसका पता चला, तो उसने फोन छीन लिया। इसके बाद 26 दिसंबर 2017 को सुमित उसे साथ ले गया। उसे घुमाया और रात को अपने घर ले गया। यहां उसने किशोरी से दुष्कर्म किया।

अगले दिन उसने अपने दोस्त आरिफ को घर बुलाया और उसकी बाइक पर बैठाकर किशोरी को विजयनगर में अपने दोस्त राजीव के घर छोड़ आया। कई दिन तक वह विजयनगर में रही। इस दौरान गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस ने सुमित को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया, लेकिन उससे राज न उगलवा सकी।
सुमित ने पुलिस से कहा कि किशोरी उसके गले पड़ गई थी और शादी कर साथ में रहने का दबाव बना रही थी। ऐसे में उसने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई। एसएसपी ने बताया कि हत्यारोपी सुमित, उसके पिता रमेश, सुमित के साथी राजीव, आरिफ और सोनू को गिरफ्तार कर लिया है। एडीजी की ओर से खुलासा करने वाली क्राइम ब्रांच की टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया गया है।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम मुख्य आरोपी सुमित ने पुलिस को बताया कि नौ जनवरी को उसने निवाड़ी थाना क्षेत्र के ही गांव नगला मूसा निवासी अपने दोस्त सोनू, करनावल मेरठ निवासी राजीव, पैंगा निवासी आरिफ को बुलाकर हत्या की साजिश रची। सुमित के पिता रमेश चंद (60) ने ही हत्या के लिए कहा था। 10 जनवरी को आरिफ अपने दोस्त की कार लेकर पहुंचा और किशोरी को बैठाकर दिन भर घुमाया।
एसएसपी ने बताया कि मुरादनगर के पास सभी ने शराब पी और फिर गांव अघेड़ा के पास ले जाकर स्टोल (शॉल) से गला दबाकर हत्या कर दी। किशोरी कहीं बच न जाए, इसके लिए आरोपियों ने उसके गले पर कार का पहिया चढ़ा दिया। हत्या के बाद वह शव को ईख के खेत में फेंककर फरार हो गए। 12 जनवरी 2018 को किशोरी का शव परतापुर के गांव अघेड़ा से बरामद हुआ था।