अपराधियों के लिये प्रदेश में कोई जगह नहीं : योगी आदित्यनाथ
प्रदेश को अपराधमुक्त बनाने के लिये कठोर परिश्रम करें पुलिस अधिकारी : सीएम
लापरवाह एवं संवेदनहीन थाना प्रभारियों को चिन्हित कर बाहर का रास्ता दिखायें
लखनऊ : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था को और बेहतर बनाने हेतु अपराधियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने हेतु अभियान चलाया जाये। उन्होंने कहा कि थानेवार संदिग्ध व्यक्तियों की सूची बनाकर उनकी कार्यशैली निरन्तर निगरानी सुनिश्चित करानी जाये। उन्होंने कहा कि आगामी दीपावली एवं छठ पूजा में कोई भी अप्रिय घटना घटित हुई तो सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी नियत कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों को बेहतर यातायात की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु जनपदवार ट्रैफिक प्लान बनाकर जाम से छुटकारा दिलाने हेतु आवश्यक कार्यवाहियां प्राथमिकता से सुनिश्चित की जायें। उन्होंने कहा कि आकस्मिक घटनाओं को रोकने हेतु शहरों के खुले किसी चिन्हित स्थान पर पटाखों आदि की बिक्री हेतु संबन्धित दुकानदारों को जगह उपलब्ध कराकर फायर ब्रिगेड सहित अन्य आवश्यक उपायों की व्यवस्था भी सुनिश्चित करायी जाये। उन्होंने कहा कि बस्तियों में संचालित पटाखों की दुकानों एवं गोदामों को कतई संचालित न होने दिया जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों में पेट्रोलिंग हेतु डाॅयल-100 सेवा के अन्तर्गत उपलब्ध लगभग 3200 गाड़ियों से निरन्तर पेट्रोलिंग सुनिश्चित कराकर अपराधियों पर कड़ी नजर रखकर उनमें भय पैदा किया जाये। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जोन स्तर पर बैठक न कर संवेदनशील जनपदों में बैठक हेतु स्थान चुनकर प्रभावी कार्यवाहियां समय से सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों के सीमावर्ती जनपदों पर विशेष निगरानी रखकर संदिग्ध व्यक्तियों की अवैध घुसपैठ को रोकने हेतु सघन जांच अभियान चलाया जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे विदेशियों के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश को भ्रष्टाचारमुक्त एवं अपराधमुक्त बनाने हेतु पुलिस अधिकारियों को अपनी कार्यशैली को और बेहतर ढंग से निर्वहन करना होगा। उन्होंने कहा कि अपराधियों के लिये प्रदेश में कोई जगह नहीं, प्रदेश छोड़ने हेतु अपराधियों को विवश किया जाये।
मुख्यमंत्री आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक कर जोनल अपर पुलिस महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षकों को आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसी भी जनपद में लूटपाट, चैन स्नेचिंग एवं हत्याओं की घटनाओं को रोकने हेतु प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाये। उन्होंने कहा कि थाना एवं तहसील स्तरीय समस्याओं का निस्तारण पारदर्शिता के साथ स्थानीय स्तर पर कराया जाना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि जनपदों में तैनात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जिलाधिकारियों से परामर्श कर मैरिट के आधार पर थानाध्यक्षों की तैनाती सुनिश्चित कराकर स्थानीय स्तर पर बेहतर शांति व्यवस्था बनाना सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि अकर्मण्य, लापरवाह एवं संवेदनहीन थाना प्रभारियों को चिन्हित कर बाहर का रास्ता दिखाया जाये। उन्होंने कहा कि पीएसी की 273 कंपनियों में से जनशक्ति के अभाव में विघटित 73 कंपनियों को समयबद्ध ढंग से शीघ्रातिशीघ्र पुनर्गठित किया जाये।
योगी आदित्यनाथ ने दीपावली एवं छठ पूजा पर परम्परागत रूप से पूर्व से चल रहे धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों को अवश्य संचालित करायें, परन्तु विवादित अथवा तनाव उत्पन्न करने वाले धार्मिक एवं सामाजिक नये कार्यक्रमों को कतई संचालित कराने की अनुमति कतई न दी जाये। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रकरणों में सम्बन्धित पक्षों के साथ वार्ता कर विवादमुक्त वातावरण बनाना सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि संभ्रांत नागरिकों एवं जन प्रतिनिधियों से बेहतर संवाद स्थापित करने हेतु उनके फोन नम्बर अपने मोबाइल पर अवश्य फीड करें, ताकि व्यस्तता पर काॅल रिसीव न करने की स्थिति पर तत्काल काॅल बैक कर वार्ता कर सकें। उन्होंने कहा कि अपराधियों पर अंकुश लगाने हेतु उनके विरुद्ध लम्बित वादों की प्रभावी पैरवी कर दण्डित कराना सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि जेल में बंद अपराधियों पर भी कड़ी नजर रखने हेतु उनसे मिलने वाले मुलाकातियों पर विशेष ध्यान दिया जाये, ताकि अपराधी जेल में रहकर किसी भी अप्रिय घटना को अंजाम न देने पायें। बैठक में मुख्य सचिव राजीव कुमार, प्रमुख सचिव गृह अरविन्द कुमार, पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह, सचिव गृह मणि प्रसाद मिश्रा, सचिव मुख्यमंत्री मृत्युंजय कुमार नारायण सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।