अफगान में चीन-रूस और पाक की तिकड़ी को झटका
पाक अफगानिस्तान मामले में भारत को अलग थलग करने की कोशिशों में जुटा था जिसे झटका लगना तय है।
नई दिल्ली। चार दिन। सात बम ब्लास्ट। सौ से ज्यादा लोगों की मौत। एक के बाद एक हो रहे इन आतंकी हमलों और बेगुनाहों की मौत से पाकिस्तान सेना व सरकार के होश तो उड़े हुए हैं ही, उनकी रणनीति भी ध्वस्त होती दिख रही है। पाक अफगानिस्तान मामले में भारत को अलग थलग करने की कोशिशों में जुटा था जिसे झटका लगना तय है। यह कोशिश पाकिस्तान व चीन की तरफ से हो रही थी और भारत का पुराना मित्र राष्ट्र रूस भी सहयोगी बना हुआ था। अब जानकारों का मानना है कि इन हमलों ने भारत के इस रूख को सही साबित किया है कि पाकिस्तान व अफगान सीमा पर तालिबान समेत तमाम आतंकी ताकतों के साथ कड़ाई से निबटने की कार्रवाई होनी चाहिए।
दरअसल, अफगान मामले के समाधान के लिए अभी अमेरिका व यूरोपीय देशों की अगुवाई में पहले से ही एक कोशिश हो रही है जिसमें भारत भी एक अहम सदस्य है। लेकिन पिछले दो-तीन महीनों से रूस की अगुवाई में नई कोशिश शुरु हुई है। माना जाता है कि इस कोशिश के पीछे असली रणनीति पाकिस्तान व चीन की है। क्योंकि इस कोशिश के तहत पहली बैठक चीन, पाक व रूस की हुई थी। इसी हफ्ते इस संदर्भ में हुई बैठक में मास्को में उक्त तीन देशों के अलावा अफगानिस्तान, ईरान व भारत (छह सदस्यीय) भी शामिल थे। चूंकि हाल के वर्षो में भारत व अफगानिस्तान आतंकवाद के मुद्दे पर एक सुर में न सिर्फ बोलने लगे हैं बल्कि आतंकियों को पनाह देने के लिए पाक को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराते हैं। इस वजह से ही पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान के जोर देने पर ही चीन व रूस अफगान की शांति कोशिश में तालिबान को शामिल करने की बात कर रहे हैं। जबकि भारत इसके विरोध में है।
पिछले बुधवार को मास्को में छह देशों की बैठक में भारत ने साफ तौर पर सभी देशों को अफगान में तालिबान के किसी भी धड़े को शामिल करने की कोशिशों को लेकर साफ तौर पर चेतावनी भी दी थी। अब जबकि पाकिस्तान में हुए सिलसिलेवार आतंकी हमलों में तालिबान के पाकिस्तान स्थित धड़े के शामिल होने की बात सामने आ रही है तो इस बात की उम्मीद है कि भारत की बात ज्यादा गंभीरता से सुनी जाएगी। वैसे भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान के सिंध राज्य के सहवान इलाके के एक सूफी दरगाह में हुए हमले पर गहरा दुख प्रकट किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा है कि ‘भारत हमेशा से हर तरह के आतंकी घटनाओं के खिलाफ रहा है। सहवान के लाल शहबाज कलंदर दरगाह में हुए आत्मघाती हमले में दर्जनों निर्दोषों की मौत की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।’