अब अखिलेश के हवाले साइकिल, मार्गदर्शक मंडल में जाने को तैयार हुए मुलायम
समाजवादी पार्टी की ‘साइकिल’ मुलायम सिंह यादव का होगा या अखिलेश यादव का इस मामले पर चुनाव आयोग में सुनवाई जारी है। सुनवाई के लिए सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव चुनाव आयोग में मौजूद हैं। वहीं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सलाहकार रामगोपाल यादव भी अपनी दलील चुनाव आयोग में रख रहे हैं। उनके साथ अखिलेश के करीबी सांसद नरेश अग्रवाल, किरण मय नंदा मौजूद हैं।
अखिलेश और मुलायम खेमे के वकील भी दिल्ली स्थित चुनाव आयोग में मौजूद हैं। सूत्रों के मुताबिक मुलायम सिंह यादव ने चुनाव चिन्ह साइकिल पर दावा नहीं किया है। वहीं अखिलेश यादव के पक्षकार ने अधिवेशन के आधार पर चुनाव चिन्ह साइकिल पर दावा किया है।
इससे पहले सपा प्रमुख ने आवास से निकलकर अपने समर्थकों से मुलाकात की। इस दौरान उनके समर्थन में नारेबाजी भी हुई। दोनों गुटों के बीच भले ही विवाद बहुत आगे बढ़ चुका हो लेकिन मुलायम सिंह ने ‘पुत्र प्रेम’ दिखाया है। पिछले दिनों उन्होंने कहा था पार्टी के जीतने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ही होंगे।
सूत्रों के मुताबिक, मुलायम सिंह यादव ने साइकिल चुनाव चिन्ह से संबंधित दस्तावेज चुनाव आयोग को नहीं सौंपे सूत्रों ने कहा, मुलायम सिंह यादव ने साइकिल चुनाव चिन्ह पर नहीं किया दावा दोनों ने पेश किया अपना-अपना दावा तीन बजे फिर होगी चुनाव आयोग में सुनवाई मुलायम अध्यक्ष पद लेने के लिए अड़े रहे, अखिलेश ने कहा उन्हें तीन महीने तक अध्यक्ष रहने दिया जाए मुलायम ने अखिलेश को दिया अंतिम प्रस्ताव, अखिलेश ने ठुकराया चुनाव आयोग जाने से पहले मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश से फोन पर बात की मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव से फोन पर बात की: सूत्र चुनाव आयोग में सुनवाई जारी, दोनों गुट रख रहे हैं |
अपना-अपना पक्ष सपा नेता राजेंद्र चौधरी ने कहा, उत्तर प्रदेश की जनता भी चाहती है कि अखिलेश यादव जी दोबारा मुख्यमंत्री बनें सपा संस्थापक ने अपने आवास पर समर्थकों से मुलाकात की मुलायम सिंह के करीबी उनके आवास पर मौजूद मुलायम सिंह यादव दिल्ली में मौजूद12 बजे मुलायम और अखिलेश की अर्जी पर सुनवाई करेगा चुनाव आयोग खबर आ रही थी कि मुलायम आयोग में चुनाव चिन्ह को लेकर दी गई अपनी याचिका वापस भी ले सकते हैं।
दरअसल पार्टी में एक सोच यह भी है कि अगर चुनाव आयोग ने इस झगड़े के कारण चुनाव चिन्ह जब्त कर लिया तो चुनावों में परेशानी हो सकती है इसलिये दावा वापस लेना बेहतर होगा।
मुलायम खेमा अजीत सिंह की पार्टी आरएलडी के चुनाव चिन्ह पर विधानसभा चुनाव में हाथ आजमा सकता है। इस संबंध में गुरुवार को वरिष्ठ नेताओं ने अजीत सिंह से मुलाकात की थी।