अब उन्नाव जेल में तमंचा लहराते अपराधी का वीडियो वायरल
उन्नाव : पहले नैनी जेल, फिर रायबरेली जेल, सुलतानपुर जेल और अब उन्नाव जेल की वायरल तस्वीरें यूपी की जेलों की हकीकत बयां करने के लिए काफी हैं। यहां अपराधी होटल जैसा मजा ले रहे हैं। इन्हें देखकर यही लगता है कि अपराधी जेलों में सजा नहीं मौज काट रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से तो ऐसा ही लग रहा है कि उन्नाव जिला जेल में बंद अपराधियों को हर तरह की सुविधा दी जा रही है, यहीं से वे अपने गैंग को चला रहे हैं। ताजा वीडियो में दो शातिर अपराधी जेल में खुलेआम असलहा लहराते दिख रहे हैं। ये अपराधी शराब पीते भी नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन बैकफुट पर आ गया है। जेल अधीक्षक एके सिंह का कहना है कि जेल का जो वीडियो वायरल हुआ है, उसकी जांच कराई जा रही है। इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी गई है। जो दोषी होगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। वायरल वीडियो में अपराधी खुलेआम योगी सरकार को चुनौती देते हुए यह कहते नजर आ रहे हैं कि मेरठ जेल हो या फिर उन्नाव, वे प्रदेश की किसी भी जेल को कार्यालय बना देंगे। वे अपने पास तमंचों के साथ ही मोबाइल को भी दिखाते नजर आ रहे हैं। वीडियो में कुख्यात बदमाश अंकुर के पास असलहा है और वह वीडियो में धमकी देता नजर आ रहा है कि वह कहीं भी किसी को मार सकता है। दूसरे वीडियो में मेरठ के बदमाश अमरीश के पास भी असलहा दिख रहा है। वह कह रहा है कि योगी सरकार ने उसे मेरठ से उन्नाव भेजा है। मेरठ हो या उन्नाव वह किसी भी जेल को कार्यालय बना सकता है। उन्नाव जेल के वायरल वीडियो के संबंध में जेल अधिकारियों का कहना है कि वीडियो में दिख रहे बंदी में एक अमरीश निवासी मेरठ है, जो आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। उसे मेरठ जेल से स्थानांतरित किया गया है। दूसरा बंदी गौरव प्रताप सिंह उर्फ अंकुर निवासी रायबरेली है। उसे लखनऊ से स्थानांतरित किया गया है। अधिकारियों का कहना है वीडियो की जांच के बाद सामने आया है कि अंकुर के हाथ में जो तमंचा दिख रहा है वह मिट्टी का है। खाने में भी कोई ऐसी चीज नहीं है जो आपत्तिजनक हो। जांच के बाद सामने आया है कि जेल कर्मियों की मिलीभगत से ऐसा किया गया है। इस कार्य में हेड जेल वार्डर माता प्रसाद, हेमराज और जेल वार्डर अवधेश साहू, सलीम खां की संलिप्तता पाई गई है।