लखनऊ

अब केजीएमयू में कैंटीन संचालक ने युवती से किया रेप

लखनऊ: किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में 9 दिन के भीतर एक और महिला मरीज से दुष्कर्म का मामला सामने आने से सनसनी मच गई है। इस बार प्लास्टिक सर्जरी विभाग में कैंटीन संचालक ने 22 वर्षीय युवती को बहला-फुसलाकर बलात्कार की घटना को अंजाम दे डाला। युवती को लापता देख उसकी मां उसे ढूंढ़ने निकलीं तो उसकी बेटी के साथ कैंटीन संचालक जबरदस्ती कर रहा था। दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख वह शोर मचाने लगी। युवती की मां में वहां जमकर हंगामा काटा और पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को चौक कोतवाली ले गई। यहां पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज नहीं की बल्कि पुलिस दोनों की शादी कराने का आश्वासन देकर मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। वहीं केजीएमयू प्रशासन ने कैंटीन बंद करवा दी है। इस घटना से मरीजों में काफी दहशत है।
जानकारी के मुताबिक, एक 22 युवती अपने हाथ की कटी उंगलियों का इलाज कराने प्लास्टिक सर्जरी विभाग आई थी। वह अपना इलाज करवा रही थी। उसके साथ उसकी मां भी थीं। युवती वहां स्थित कैंटीन पर खाने पीने का सामान लेने गई थी।इसी दौरान कैंटीन संचालक उसे बहला फुसलाकर ले गया और रेप किया। बेटी को लापता देखकर उसकी मां ढूंढ़ते हुए कैंटीन पहुंची तो संचालक को बेटी के साथ जबरदस्ती करते हुए मिला। दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देखकर महिला ने शोर मचाया। महिला ने हंगामा काटा तो भीड़ इकट्ठा हो गई। इसकी सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस उन्हें कोतवाली ले गई। पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट नहीं दर्ज की है।
इससे पहले शताब्दी अस्पताल में हो चुका गैंगरेप
बता दें कि इससे पहले एक जून 2017 को केजीएमयू के शताब्दी अस्पताल में अपने पति का इलाज कराने हरदोई से आई महिला के साथ लिफ्टमैन सहित तीन लोगों ने गैंगरेप किया था। पुलिस ने इस मामले में लिफ्टमैन विनय, उसके साथी सुरक्षा गार्ड शिवकुमार और संतोष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले में चीफ प्राक्टर प्रोफेसर आरएस कुशवाहा का कहना है कि वह बृहस्पतिवार को इलाहाबाद परीक्षा लेने गए थे। उन्हें घटना की जानकारी नहीं है। उन्होंने कैंटीन को खाली कराकर सीज करवाने की बात कही है। वहीं केजीएमयू के प्रवक्ता प्रोफ़ेसर नरसिंह वर्मा ने कहा कि प्लास्टिक सर्जरी भवन के बेसमेंट में एक लड़का और लड़की को बाथरूम में पकड़ा गया था। दोनों के परिवारीजनों को बुला कर उन्हें सौंप दिया गया है। कैंटीन अवैध तरीके से चल रही थी उसे बंद करा दिया गया है।

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