अब जल्द बूढ़ा नहीं होने देगा आपको ये उज्जायी प्राणायाम
प्राणायाम करने के बहुत सारे फायदे हैं. प्राणायाम के भी भी बहुत प्रकार होते हैं और उज्जायी प्राणायाम उनमे से एक है. इस प्राणायाम का अभ्यास करने से बहुत सारे फायदे मिलते हैं. यह शरीर से गर्मी दूर कर इसे ठंडक पहुंचाता है, गले से बलगम को हटाता है और फेफड़े की बीमारियों को रोकता है, इसे रोजाना करने से बुढ़ापा नजदीक नहीं आता, थाइरोइड रोगियों और दिल के रोगियों के लिए यह आसन बहुत फायदेमंद है. जिनका थाइरोइड बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ हो, लो ब्लड प्रेशर वाले लोगों को यह आसन नहीं करना चाहिए। इस आसन को सही तरीके से कैसे किया जाता है इस बारे में आपको कुछ जानकारी देते हैं.
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सबसे पहले आप जमीन पर पद्मासन या सिद्धासन की स्थिति में बैठ जाए। आपको अपना मुँह बंद रखना है और नाक से सांस लेनी है. अब आप दोनों नासिकाओँ से धीरे-धीरे एक लय के साथ तब तक सांस लें जबतक सांस पूरी तरह फेपड़े में ना भर जाए। जब दोनों नासिका से सांस लें तो गर्दन के थाइरोइड वाले हिस्से को कंपन कराके ऊं की ध्वनि उत्पन्न करने की कोशिश करें।
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सांस लेते समय सीने को फुलाने की कोशिश करें। सांस को तब तक अंदर रखें जब तक आप इसको रोक सकतें हैं। फिर दाहिने अंगूठे से दाहिनी नासिका बंदकर बायीं नासिका से धीरे-धीरे सांस छोड़ें। आप दोनों नासिकाओं से भी धीरे-धीरे सांस छोड़ सकते हैं। धीरे धीरे इस प्राणायाम को करने का वक्त बढ़ाते जाना चाहिए।