अब तक 6 अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने किया भारत दौरा
वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा भारतीय गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि के रूप में चार साल के अंतराल पर दूसरी बार नई दिल्ली का दौरा करने जा रहे हैं। वहीं आजादी के 67 सालों में सिर्फ छह अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने ही भारत का दौरा किया है। विश्व के सबसे बड़े और सबसे पुराने लोकतंत्र के बीच शीर्ष स्तरीय बातचीत भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के 1949 में किए गए अमेरिकी दौरे से शुरू हुई थी। लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति को भारत दौरा करने में 10 साल लग गए। डेविट डी. आइजनहॉवर दिसंबर 1959 में भारत आने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति थे। आइजनहॉवर के बाद राष्ट्रपति बने जॉन.एफ.केनेडी ने कभी भी भारत का दौरा नहीं किया, लेकिन उपराष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने 1961 में पदभार ग्रहण करने के पहले साल भारत का दौरा किया।
प्रथम महिला जैकलीन केनेडी ने इसके अगले साल भारत का दौरा किया। इसके बाद जुलाई 1969 में रिचर्ड निक्सन ने तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ तनाव समाप्त करने के लिए, पदभार ग्रहण करने के छह महीने बाद नई दिल्ली का दौरा किया। 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान निक्सन के विरोधी रवैये को लेकर इस दौरे पर कोई चर्चा नहीं हुई। भारत का दौरा करने वाले जिम्मी कार्टर तीसरे अमेरिकी राष्ट्रपति थे। उनकी यह यात्रा 1977 के आम चुनाव के बाद 1978 में हुई थी, जिसमें इंदिरा गांधी को हार का मुंह देखना पड़ा था। अमेरिका जल्द ही भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया, लेकिन भारत की परमाणु महत्वाकांक्षा को ठंडा संदेश देने नई दिल्ली पहुंचे कार्टर तत्कालीन मोरारजी देसाई की जनता पार्टी सरकार से परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं करा पाए।
इसके 22 साल बाद बिल क्लिंटन ने मार्च 2000 में भारत का दौरा किया, जिसने 1998 के पोखरण परमाणु परीक्षण के बाद दोनों देशों के संबंधों के बीच आई शिथिलता को ठीक करने का काम किया। कई अर्थों में यह भारत-अमेरिका संबंधों के लिए नया मोड़ था। अपनी बेटी के साथ पांच दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे क्लिंटन दिल्ली के अतिरिक्त जयपुर, हैदराबाद और मुंबई भी गए। उनके बाद जॉर्ज बुश अमेरिका के पांचवे राष्ट्रपति थे, जिन्होंने मार्च 2006 में अपनी पत्नी लारा बुश के साथ भारत का दौरा किया और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ अच्छे ताल्लुक बनाए। उनके 60 घंटे के दौरे के दौरान ऐतिहासिक भारत-अमेरिका परमाणु संधि पर हस्ताक्षर हुआ। एजेंसी