नई दिल्ली। यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक अकादमिक और नीति विशेषज्ञ द्वारा दिए गए प्रस्ताव को समर्थन मिल जाता है तो भारत के नोटों पर अभी तक छपती आ रही फोटो के साथ ही डॉ. अम्बेडकर और स्वामी विवेकनन्द की फोटो भी छपा करेगी।
प्रधानमंत्री को यह सुझाव नरेन्द्र जाधव ने दिया है। नरेन्द्र जाधव कभी सोनिया गांधी की अगुवाई वाली नेशनल एडवाजरी काउंसिल और अब भंग हो चुके योजना आयोग के सदस्य रह चुके हैं। वे वर्तमान में डॉ. अम्बेडकर की 125वीं जयन्ती समारोह के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय समिति में छह गैर सरकारी सदस्यों में से एक हैं।
राजधानी के एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार जाधव ने प्रधानमंत्री को दिए अपने सुझाव की पुष्टि भी की है। उनका कहना है कि उनके सुझाव को माना जाएगा या नहीं, यह तो वक्त की बात है लेकिन सरकार ने डॉ. अम्बेडकर पर सिक्का तो जारी कर ही दिया है।
जाधव का तर्क है कि अमरीका और यूके में करेंसी पर कई नामचीन हस्तियों की फोटो रहती है तो भारत में क्यों नहीं। डॉ. अम्बेडकर तो महान अर्थशास्त्री थे। उन्होंने रिजर्व बैंक की स्थापना में अपना बौद्धिक योगदान भी दिया था और स्वामी विवेकानन्द की विरासत भी राजनीतिक रूप से सक्रिय रही है।
वह कहते हैं कि 1996 से पहले नोटों पर महात्मा गांधी और अशोक चक्र की तस्वीर रहती ही थी। उल्लेखनीय है कि नरेन्द्र जाधव रिजर्व बैंक में अर्थशास्त्री रह चुके हैं। उन्होंने वर्ष 2008 में रिजर्व बैंक के प्रिंसिपल एडवाइजर और मुख्य अर्थशास्त्री के पद से वीआरएस ले लिया था।