सरकार का दावा है कि दुर्गम और दूरस्थ क्षेत्रों में सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जाएगा। दूरस्थ जिलों में निर्धारित तिथि को कैंप आयोजित किए जाएंगे, जहां सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर हेलीकॉप्टर से पहुंचकर मरीजों की जांच करेंगे। शुरूआत में एक दिन में दो स्थानों पर ऐसे कैंप लगाने की योजना है।
हर माह करोड़ों रुपए फूंकने के बावजूद प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। सरकार की एक के बाद एक योजनाएं विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ रही हैं।
सरकार का दावा है कि इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर हेलीकॉप्टर के जरिये सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर पहुंचाए जाएंगे। संबंधित जिलों के सीएमओ किसी एक निर्धारित दिन गंभीर बीमारियों के मरीजों का शिविर आयोजित करेंगे। विशेषज्ञ डॉक्टर हेलीकॉप्टर से कैंप में पहुंचेंगे और दो-तीन घंटे तक मरीजों की जांच करेंगे। इसके बाद वह दूसरे जिले में शिविर में भाग लेने के बाद वापस लौट जाएंगे।
खुद स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी योजना में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। उनके अनुसार फोर सीटर हेलीकॉप्टर में चार सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंचाया जाएगा।
इससे गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को उनके घर के आसपास ही जांच, परामर्श और उपचार मिल सकेगा। ज्यादा गंभीर मरीजों को डॉक्टर आगे के उपचार के संबंध में दिशा-निर्देश भी जारी कर सकते हैं।