भारतीय वायुसीमा का उल्लंघन कर बुधवार सुबह हमला करने की फिराक में आए पाकिस्तान के लड़ाकू विमान एफ-16 को भारतीय वायुसेना ने मार गिराया था। अब इस मामले में अमेरिका ने सख्ती दिखाते हुए पाकिस्तान से सवाल किया कि आखिर उसकी अनुमति के बिना एफ-16 विमान का इस्तेमाल सैन्य कार्रवाई के लिए क्यों किया गया। पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान मुहैया कराने वाले अमेरिका ने अब भारत के खिलाफ इसका इस्तेमाल करने पर जांच शुरू कर दी है।
खबरों के मुताबिक अमेरिका इस बात की जांच कर रहा है कि कहीं पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों पर कार्रवाई के लिए अमेरिका से मिले लड़ाकू विमानों और मिसाइलों का इस्तेमाल तो नहीं किया।
बता दें कि एफ-16 लड़ाकू विमान पाकिस्तान को अमेरिका ने ही दिया है। अमेरिका ने कहा है कि एफ-16 का इस्तेमाल अपने बचाव के लिए कर सकते हैं न कि सैन्य कार्रवाई के लिए। ऐसे में विमान का इस्तेमाल अमेरिका के नियमों के मुताबिक ही होना चाहिए। अमेरिकी नियमानुसार एफ-16 लड़ाकू विमान का इस्तेमाल आत्मरक्षा के लिए कर सकते है, हमले के लिए नहीं।
गौरतलब है कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले के 12 दिनों बाद 26 फरवरी मंगलवार को भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के आतंकी प्रशिक्षण शिविर पर हमला कर 325 आतंकवादी और आतंकियों के ट्रेनर का सफाया कर दिया।
अमेरिका ने पाकिस्तान को दी चेतावनी
घटना के बौखलाए पाकिस्तानी वायुसेना 27 फरवरी बुधवार को भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन करके भारतीय सीमा में एफ-16 लड़ाकू विमान से हमला करना चाहा। लेकिन दुश्मन से लोहा लेने को तैयार बैठे भारतीय वायुसेना ने भारतीय वायुसीमा में घुस आए पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों को खदेड़ा दिया और एक पाकिस्तान के एक एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया। बुधवार को पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में दो भारतीय लड़ाकू जेट विमानों को मार गिराया और एक पायलट को गिरफ्तार कर लिया।
हालांकि पाकिस्तान इस बात से इंकार कर रहा है कि उसने इस कार्रवाई में एफ-16 लड़ाकू विमान का इस्तेमाल कर रहा है। लेकिन भारतीय वायु सेना के अधिकारियों ने गुरुवार शाम को पाकिस्तान के झूठ को सामने ला दिया। उन्होंने कुछ तस्वीरें जारी करते हुए कहा कि भारतीय वायुसीमा में घुसे विमान एफ-16 ही थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी अधिकारी भारतीय सेना के अधिकारियों की ओर से पेश किए गए सबूतों की जांच कर रहे हैं। यदि जांच में इन विमानों के इस्तेमाल होने और शर्तों के उल्लंघन का मामला पाया जाता है तो अमेरिका पाकिस्तान के साथ आगामी रक्षा सौदों को रद्द कर सकता है।
क्या थी अमेरिकी शर्तें
अमेरिका ने 80 के दशक में पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान दिए। विमान देने से पहले अमेरिका ने कुछ शर्तें तय की थीं। यह शर्तें पाकिस्तान को एफ-16 को युद्ध के अलावा इस्तेमाल करने से रोकती हैं।
ये थीं शर्तें
– अमेरिका की शर्तों के अनुसान अमेरिका की इजाजत के बिना पाकिस्तान एफ-16 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल सैन्य कार्रवाई में नहीं कर सकता।
– पाकिस्तान इसका इस्तेमाल आत्मरक्षा में कर सकता है, लेकिन हमले के लिए नहीं।
– वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ इसका इस्तेमाल हो सकता है।
– एफ-16 में लगी एमरॉम मिसाइल के इस्तेमाल से पहले भी अमेरिका की इजाजत लेनी होगी।
– शर्तों के उल्लंघन पर अमेरिका पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई भी कर सकता है।