आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के धरने का समर्थन करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली पहुंच चुकी हैं. उन्होंने दिल्ली स्थित आंध्र प्रदेश भवन पहुंचकर चंद्र बाबू नायडू से मुलाकात की. सभी मुख्यमंत्रियों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के लिए उपराज्यपाल अनिल बैजल से वक्त मांगा था, लेकिन उन्होंने इससे मिलने का वक्त नहीं दिया. इसके बाद चारो मुख्यमंत्रियों ने केजरीवाल के घर से ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एलजी और केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोला.
– गुजरात के पाटीदार नेात हार्दिक पटेल ने कहा- पार्टी मेरे लिए महत्व नहीं रखती, लेकिन मैं अरविंद केजरीवाल की इस लड़ाई में साथ हूं. लोकतंत्र को बचाने के लिए सबको एक होना होगा.
– ममता ने कहा कि कल हम लोग नीति आयोग की बैठक में प्रधानमंत्री से इस मामले में बात करेंगे. दिल्ली में जो हाल है, इससे गलत मैसेज जा रहा है. दिल्ली में जनमत का सम्मान होना चाहिए.
– ममता बोलीं- यही हाल रहा तो चुनी हुई सरकारों का क्या भविष्य होगा? हमने तीन-चार घंटे इंतजार किया, लेकिन उप राज्यपाल ने मिलने का जवाब नहीं दिया. सामने लोकसभा का चुनाव है. आप जनता के सामने जाएं.
– ममता बनर्जी ने कहा, दिल्ली में संवैधानिक संकट हो गया है. एलजी ने मिलने का वक्त नहीं दिया तो किसके पास जाएं. ये समस्या किसी के भी साथ हो सकती है. चार महीने से दिल्ली का काम बंद पड़ा है.
– अरविंद केजरीवाल के घर मिलने पहुंचे चार राज्यों के मुख्यमंत्री अब प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं.
– आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू ने कहा कि केंद्र राज्य को साथ काम करना चाहिए. ममता बनर्जी ने LG से इजाजत मांगी, मगर नही दी गई.
– कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि हम यहां केजरीवाल के समर्थन में आए हैं. लोकतंत्र की रक्षा के लिए पीएम को इस मामले में दखल देना चाहिए. केंद्र सरकार को इस मुद्दे को खत्म करने के लिए कदम उठाने चाहिए.
उप राज्यपाल के मना करने के बावजूद तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के साथ एलजी हाउस जाएंगे. इससे पहले चारो मुख्यमंत्री दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पहुंचे. यहां वे केजरीवाल की पत्नी से मुलाकात करेंगी. यहां आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा इन सभी मुख्यमंत्रियों को रिसीव करेंगे.
“पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री @MamataOfficial ने LG महोदय से @ArvindKejriwal से मिलने की अनुमति मांगी थी, जो कि उन्होने नही दिया।
अभी 4 राज्यों के CM @MamataOfficial @ncbn Pinaray Vijayan व HD Kumaraswamy अरविंद जी के निवास आ रहे हैं और LG House जाएंगे”
इसके बाद चारो मुख्यमंत्री उप राज्यपाल अनिल बैजल के आवास जाएंगे, जहां पिछले छह दिन से धरने पर बैठे अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करेंगे.
ये सभी मुख्यमंत्री दिल्ली के उप राज्यपाल के कार्यालय में अपनी मांगों के पक्ष में दबाव बनाने के लिए धरना पर बैठे मुख्मयंत्री अरविंद केजरीवाल का समर्थन करने आए हैं. शनिवार को चारो मुख्यमंत्रियों ने मामले को लेकर उप राज्यपाल अनिल बैजल को खत लिखकर रात नौ बजे मुलाकात करने का समय भी मांगा है.
आप नेता संजय सिंह ने कहा कि बिना पीएम नरेंद्र मोदी के इशारे के एलजी साहब की इतनी हैसियत नहीं कि वे मिलने से मना कर दें.
इससे पहले ममता बनर्जी ने ट्वीट कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का समर्थन किया था. उन्होंने ट्वीट किया था, ‘दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश की राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों से उप राज्यपाल के कार्यालय में बैठे हैं. निर्वाचित मुख्यमंत्री को अवश्य ही उचित सम्मान मिलना चाहिए.’
ममता ने ट्विटर पर लिखा, ‘मैं भारत सरकार और दिल्ली के उप राज्यपाल से समस्या का तत्काल समाधान करने की अपील करती हूं, ताकि लोगों को परेशानी न हो.’
सोमवार शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री गोपाल राय और मंत्री सत्येंद्र जैन उप राज्यपाल अनिल बैजल से मिले थे और उन्होंने तय किया था कि जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है, तब तक वो यहां धरना पर बैठे रहेंगे.
इनका कहना है कि दिल्ली के आईएएस अधिकारियों को हड़ताल समाप्त करने का निर्देश और चार महीने से काम का बहिष्कार कर रहे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई समेत उनकी मांगों पर जब तक विचार नहीं किया जाता है, तब तक वो वहीं डटे रहेंगे.
ये हैं केजरीवाल एंड कंपनी की 3 मांगें
– उप राज्यपाल खुद IAS अधिकारियों की गैरकानूनी हड़ताल तुरंत खत्म कराएं, क्योंकि वो सर्विस विभाग के मुखिया हैं.
– काम रोकने वाले IAS अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लें.
– राशन की डोर-स्टेप-डिलीवरी की योजना को मंजूर करें.
LG आवास पर बढ़ाई गई सुरक्षा
वहीं, उप राज्यपाल के आवास के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. एलजी आवास के पास बैरिकेडिंग लगाई गई है. हालांकि पुलिस के पास किसी नेताओं के आने की आधिकारिक जानकारी नहीं है.