अभी-अभी: जम्मू-कश्मीर में फिर बन सकती है सरकार, पीडीपी के 18 विधायक भाजपा से हाथ मिलाने को तैयार
अब्दुल मजीद ने एक उदाहरण पेश करते हुए कहा कि जब हमारे दिवंगत नेता मुफ्ती मोहम्मद सईद सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन में जा सकते हैं तो हम भाजपा के साथ नई सरकार क्यों नहीं बना सकते। बता दें कि पीडीपी विधायक का ये बयान पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने भाजपा को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर दिल्ली ने पीडीपी को तोड़ने की कोशिश की तो और सलाहुद्दीन पैदा होंगे। उन्होंने कहा था, ‘यदि दिल्ली ने साल 1987 की तरह लोगों से उनके मतदान का अधिकार छीना, यदि उसने बंटवारे की कोशिश की और उस समय की तरह हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो मुझे लगता है कि 1987 की तरह ही हिजबुल मुजाहिद्दीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन और यासिन मल्लिक पैदा होंगे।’
गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती के खिलाफ जाने वाले पीडीपी विधायकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पीडीपी के करीब पांच विधायक और एक एमएलसी पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए पहले ही बगावत कर चुके हैं, लेकिन यह पहली बार है कि पीडीपी के किसी विधायक ने सार्वजनिक तौर पर भाजपा से फिर से हाथ मिलाने की बात की हो। भाजपा के लिए ये एक अच्छा संकेत हो सकता है, लेकिन ये संकेत महबूबा मुफ्ती की उन संभावनाओं को और भी पुख्ता करता है जिसमें उन्होंने भाजपा पर पीडीपी के विधायकों को तोड़ने का आरोप लगाया था।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 87 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 44 विधायकों की जरूरत है। अब चूंकि पीडीपी विधायक अब्दुल मजीद पद्दर ने कहा है कि पीडीपी के 28 में से 18 विधायक नई सरकार बनाने के लिए भाजपा से हाथ मिलाने को तैयार हैं, तो सब मिलाकर कुल 43 विधायक ही होते हैं। फिर भी सरकार बनाने के लिए 1 और विधायक ही जरूरत पड़ेगी। ऐसे में जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस पार्टी भाजपा के लिए वरदान साबित हो सकती है, अगर वो गठबंधन में शामिल होती है।