अभी-अभी: प्रमोद सावंत के सामने आई सबसे बड़ी चुनौती, गोवा में फ्लोर टेस्ट शुरू
पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद भारतीय जनता पार्टी में नेतृत्व को लेकर जो संकट था वह खत्म हो चुका है. सोमवार देर रात ही युवा नेता प्रमोद सावंत ने राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली, लेकिन उनकी असली परीक्षा आज होनी है. प्रमोद सावंत को बुधवार को गोवा विधानसभा में बहुमत साबित करना है, ऐसे में उनकी गठबंधन सरकार के सामने काफी बड़ी चुनौती है. विधानसभा में फ्लोर टेस्ट शुरू हो गया है.
मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद गोवा में बीजेपी के साथियों ने नेतृत्व को लेकर सवाल उठाया, क्योंकि कई दल ऐसे थे जो पर्रिकर के नाम पर ही सरकार के समर्थन में आए थे. लेकिन लगातार चली बैठकों के बाद प्रमोद सावंत के नाम पर मुहर लगी और सहयोगी भी माने. हालांकि, भाजपा को साथी दलों के कई विधायकों को मंत्री पद देना पड़ा तो वहीं GFP, MGP के प्रमुखों को उपमुख्यमंत्री भी बनाना पड़ा.
बता दें कि गोवा में कुल 40 विधानसभाएं हैं, लेकिन अभी राज्य की 4 सीटें खाली हैं. जिनपर उपचुनाव होंगे. इसलिए अब गोवा में 36 विधानसभा सीटों के हिसाब से ही बहुमत तय होगा, इसलिए बहुमत साबित करने के लिए सिर्फ 19 नंबर की जरूरत है.
अभी किसके पास कितने विधायक?
बीजेपी का दावा है कि उनके पास पूरा बहुमत है. मौजूदा आंकड़ों को देखें तो भाजपा के पास अभी 12 विधायक, गोवा फॉरवर्ड पार्टी (GFP) के 3 विधायक, महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (MGP) के 3 और तीन निर्दलीय विधायक हैं यानी बीजेपी के पास कुल 21 विधायक हैं. जो कि बहुमत से 2 सीटें ज्यादा हैं. जबकि कांग्रेस के पास 14 विधायक हैं, जबकि एक एनसीपी का विधायक है.
पर्रिकर के परिवार से मिले थे सावंत
गोवा के नवनियुक्त मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मंगलवार सुबह कार्यभार संभाल लिया. इससे पहले उन्होंने अपने पूर्ववर्ती दिवंगत मनोहर पर्रिकर के परिजनों से शिष्टाचार भेंट की थी. राज्य सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचने से पहले, सावंत मंगलवार को पर्रिकर के आवास पहुंचे और उनके बेटे उत्पल व अभिजात से उन्होंने मुलाकात की. सावंत ने मंगलवार तड़के दो बजे राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.