अभी तक नहीं सुलझ पाये हैं विश्व के आठ रहस्य
पश्चिमी स्विटजरलैंड के जंगल में एक आदमी सेना की वर्दी में गैस मास्क लगाकर जंगल में घूमता है। जंगल के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि 10 साल से ज्यादा समय से वे उसको देख रहे हैं। उन लोगों ने उसका नाम ले लियोन रख दिया है। वह रहस्यमय आदमी है। वह अगर किसी से टकरा जाता है तो सिर्फ उसे घूरता है और चुपचाप चला जाता है।
जो गिरारडेली 18वीं सदी के इंग्लैंड की आश्चर्य थी। वह अपने मुंह में लोहे की जलती छड़ को रख लेती थी। कई बार वह अपने मुंह को खौलते हुए तेल से भर लेती थी और लकड़ी पर फेंक देती थी जिससे लकड़ी में आग लग जाती थी। इसके अलावा वह धातु की बनी चीजों को गर्म करके अपनी त्वचा से सटा लेती थी। कई बार अपनी जीभ से उन चीजों को छूती थी लेकिन हैरानी की बात थी कि उसको कोई नुकसान नहीं पहुंचता।
कजाकिस्तान का एक गांव है कलाची जहां लोग अचानक नींद की आगोश में चले जाते हैं। हर दिन कई ग्रामीणों की आंखें खुद ब खुद बंद हो जाती हैं और वे सो जाते हैं। कम से कम दो घंटे तक वे सोए रहते हैं। कुछ लोगों की नींद तो कई दिनों बाद टूटती है।
1972 में जेनेट डेपाल्मा नाम की लड़की की न्यू जर्सी में हत्या कर दी गई थी। उसकी मौत के बारे में बात करने से लोग डरते थे। कुछ लोगों का मानना था कि उसे डायन ने मार डाला तो कुछ लोग मानते थे कि शैतानों ने उसकी जान ली है।
फ्रांसिस लेवी एक फायरफाइटर थे। वह अपने साथियों से बहुत प्यार करते थे। उनके चेहरे पर हमेशा मुस्कान रहती थी। लेकिन 18 अप्रैल, 1924 को उनके दोस्तों ने उनमें बड़ा बदलाव देखा। हंसमुख फ्रांसिस के चेहरे से मुस्कान गायब हो चुकी थी। वह किसी की ओर देख नहीं रहे थे। उस समय वह शिकागो फायर डिपार्टमेंट की बड़ी खिड़की साफ कर रहे थे। कुछ मिनट्स के बाद उन्होंने कहा कि उनको लगता है कि उसी दिन उनकी मौत हो जाएगी। संयोगवश एक बिल्डिंग में आग लगी जिसको बुझाने के दौरान उसी दिन फ्रांसिस की मौत हो गई। फ्रांसिस की मौत के बाद उनके दोस्तों ने उसी खिड़की पर लेवी के हाथ का निशान देखा, जिसे मरने से पहले फ्रांसिस साफ कर रहा था। लाख कोशिश की गई हाथ के उस निशान को मिटाने की लेकिन नहीं मिटा और यह रहस्य लोगों को चौंकाता रहा।
चीन के सिचुआन प्रांत में एक गांव है यांगसी जहां 80 लोगों की आबादी है। उनमें आधे से ज्यादा लोग बौने हैं। कहा जाता है कि करीब 60 साल पहले गांव एक रहस्यमय बीमारी की चपेट में आ गया था, जिसकी वजह से पांच से सात साल के बच्चे ज्यादा प्रभावित हुए थे। एक्सपर्ट को इस पर विश्वास नहीं होता है। उनका मानना है कि ग्रोथ रुकने की समस्या से 20,000 में से 1 लोगों को प्रभावित होने की संभावना रहती है। फिलहाल इस बीमारी के रहस्य से पर्दा नहीं उठा है।
लंदन की डॉर्थी एक बार मरकर जी उठी थी। उसके बाद वह माता-पिता के साथ 1908 में ब्रिटिश म्यूजिम के इजिप्टियन सेक्शन में गई। वहां शीशे से घिरी एक ममी के पास खड़ी हो गई और अपने घर जाने से इनकार कर दिया। प्राचीन मिस्र का फोटो देखकर उसने कहा कि यही उसका घर है और उसे वहां लौटने की जरूरत है। बाद में मिस्र के एक व्यक्ति से शादी के बाद वह काहिरा चली गई जहां उसको एक बेटी हुई। बेटी का नाम ऑम सेटी थी। मां की तरह बेटी भी रहस्यमयी निकली। उसने बताया कि प्राचीन मिस्र के एक मंदिर में वह पुजारिन थी। 1981 में ऑम की मौत हो गई लेकिन उसके रहस्य से पर्दा अब तक नहीं उठा।