जालंधर (पाहवा): मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि उनके पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ अच्छे संबंध हैं तथा राजनीतिक क्षेत्र में शाह ने उनकी समय-समय पर बेहतर सहायता की है। एक शिक्षा संस्थान में कार्यक्रम में भाग लेने आई स्मृति ने कहा कि लोकसभा चुनावों में शाह ने उनकी उत्तर प्रदेश में काफी मदद की थी। उन्होंने मीडिया में छपी इस रिपोर्ट को सिरे से नकार दिया जिसमें उनके तथा शाह के बीच विवाद की बात कही गई थी। उन्होंने राष्ट्रीय कार्यकारिणी से छुट्टी होने से संबंधित सवाल का कोई जवाब नहीं दिया। शिक्षा नीति के बारे में स्मृति ने कहा कि लोगों से सुझाव लेने के लिए सरकारी वैबसाइट पर सुझाव मांगे गए हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि राष्ट्रीय स्तर पर जिन 33 विषयों पर सुझाव मांगे गए हैं उन पर नवम्बर माह तक सभी राज्यों से जवाब भी आ जाएंगे। इसके बाद शिक्षा नीति को जनता के बीच जारी कर दिया जाएगा। लोग क्या बदलाव चाहते हैं, यह बात सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि यह नीति लोगों की तरफ से लोगों के लिए होगी।
उन्होंने कहा कि 21 मार्च को सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों व सचिवों के साथ बैठक हुई है। संघ की शिक्षा नीति में दखलअंदाजी पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। नैशनल यूनिवर्सिटी ऑफ एजुकेशनल प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से शिक्षा नीति पर जो एतराज लगाया जा रहा है उससे स्मृति ने अनभिज्ञता जाहिर की। राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अमेठी के लोगों ने राहुल गांधी को जिम्मेदारी दी थी, वह उस पर कितने खरे उतर रहे हैं, इसका जवाब उन्हें जनता को देना होगा। निजी स्कूलों की मनमर्जी पर उन्होंने कहा कि यह राज्य सरकारों का विषय है लेकिन केंद्र सरकार इस संबंध में राज्य सरकारों के साथ मिल कर काम करेगी तथा जरूरी गाइडलाइन जारी की जाएगी।