अमित शाह ने बताया कि 2014 के पहले देश की क्या स्थिति थी और 2014 के बाद क्या स्थिति है। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि 2014 के पहले देश के अंदर लोकतंत्र के बहुत बड़े हिस्से की आस्था डिगाने वाली थी। 30 साल तक गठबंधन सरकार का दौर रहा।
नई दिल्ली : आगामी लोकसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) अध्यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत के मन की बात कैंपेन की शुरुआत की, कैंपेन के जरिए पार्टी लोगों की राय लेकर अपना संकल्प पत्र तैयार करेगी। इस मौके पर राम मंदिर मुद्दे पर बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि कोर्ट के अंदर लंबी बहस है, फिर भी 1993 में जो जमीन को अधिगृहित किया गया, उस भूमि को बीजेपी सरकार ने राम जन्मभूमि न्यास को वापस देने का फैसला किया है। ये एक एतिहासिक कदम है और मैं विपक्षी पार्टियों से कहना चाहता हूं कि वे इसमें बाधा न डालें। उन्होंने कहा कि हम साधु और संत के साथ हैं। हम अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाएंगे।
इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष ने बताया कि 2014 के पहले देश की क्या स्थिति थी और 2014 के बाद क्या स्थिति है. उन्होंने कहा कि 2014 के पहले देश के अंदर लोकतंत्र के बहुत बड़े हिस्से की आस्था डिगाने वाली थी. 30 साल तक गठबंधन सरकार का दौर रहा. देश के बहुत बड़े तबके को लगने लगा कि हमारी संसदीय प्रणाली काम कर पाएगी या नहीं. हमारी संसदीय प्रणाली देश को विश्व में उचित स्थान दिला पाएगा. ये आशंका थी 2014 तक.
उन्होंने कहा 2014 के पहले कि देश की समस्या के समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए. 50 करोड़ गरीबों के जीवन के लिए टुकड़ों-टुकड़ों में बजट को लाया गया. उन्होंने कहा कि सिर्फ चुनाव जीतने के लिए वादे किए गए. जिसके कारण देश का अर्थतंत्र कमजोर हुआ.बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि युवा देश के विकास के साथ जुड़े, इसे दिशा में कोई रणनीतिक फैसले नहीं किए गए. लोगों को नहीं लगता था उसको देश के लिए कुछ करना है. वह सिर्फ परिवार के लिए सोचता था. जिसको नीतिगत फैसले लेने थे वो सरकार चलाने में लगे.
अमित शाह ने कहा कि सरकार सिर्फ 5 साल के लिए नहीं होती है, ये चलती रहती है. 5 साल की सरकारों ने देश को पीछे धकेल दिया. 2014 में जनता ने बड़ा फैसला लिया. 30 साल बाद किसी पार्टी को बहुमत मिला. आजादी के बाद पहली बार किसी गैर कांग्रेसी सरकार को बहुमत मिला. मोदी की सोच ने देश की स्थिति को बदला है. दुनिया में भारत को अब सम्मान के साथ देख जाता है.
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और बाकी पार्टियों में बहुत बड़ा अंतर है. भारतीय जनता पार्टी देश की एक मात्र ऐसी पार्टी है जिसके अंतर आतंरिक लोकतंत्र है. जिस पार्टी के अंतर आतंरिक लोकतंत्र होता है, वही पार्टी देश के लोकतंत्र को मजबूत कर सकती है. शाह ने कहा कि संकल्प पत्र के लोकतांत्रिकरण का ये अनुठा प्रयोग है. 10 करोड़ परिवार कैसा देश चाहते हैं ये बात उनसे जानी जाएगी. कार्यक्रम भाजपा का नहीं है, बल्कि देश के लिए है. ये कार्यक्रम देश को सुरक्षित करने, गरीब का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिए है. ये कार्यक्रम नया भारत बनाने के लिए है.