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अमूल की अत्याधुनिक चॉकलेट फैक्ट्री का प्रधानमंत्री ने किया उद्घाटन, 5 गुना ज्यादा होगा उत्पादन

अहमदाबाद : गुजरात के आणंद में अमूल के चॉकलेट संयंत्र का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुभारंभ किया। यहां ऊंटनी के दूध से चॉकलेट बनाकर देश के बाजारों में मुहैया कराया जाएगा। द टेस्ट ऑफ इंडिया के नाम से विश्व में अपनी पहचान बनाने वाले अमूल अब चॉकलेट के मैदान में उतरने जा रही है। चॉकलेट उत्पादन के लिए अमूल ने विशाल प्लांट तैयार किया है।

अमूल का आधुनिक चॉकलेट प्लांट का शुभारंभ किया। वैसे तो 1974 में अमूल चॉकलेट का उत्पादन शुरू हो गया था, लेकिन नई टेक्नोलॉजी के कारण इस नए प्लांट में अब हर महीने 5 गुना ज्यादा चॉकलेट बनकर तैयार होगी। इस प्लांट की क्षमता प्रति घंटे 1.5 मीट्रिक टन है। प्रधानमंत्री ने कहा, आज अमूल पूरी दुनिया में प्रेरणा बन गया है। विदेशों के लोग भी मुझसे अमूल के बारे में पूछते हैं। अमूल न केवल दूध प्रसंस्करण है बल्कि यह सशक्तिकरण का एक उत्कृष्ट मॉडल बन गया है। उन्होंने कहा कि विश्व के विभिन्न हिस्सों में हमने देखा है कि समाजवाद और पूंजीवाद क्या है। मगर, अमूल में सरदार पटेल के जरिए हमने अलग रास्ता देखा है। यहां न सरकार और न उद्योगपति फैसला लेते हैं, ये लोग ही हैं जो मायने रखते हैं। यह अनोखा मॉडल है। हम जन धन, वन धन और गोबर धन पर ध्यान दे रहे हैं। जो हमारे किसानों की मदद करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने अमूल को बताया सशक्तिकरण का बेहतरीन उदाहरण कुछ सालों में अमूल अपने 75 साल पूरा कर लेगा। हम यह सोचें कि अमूल अपनी 75वीं वर्षगांठ और 2022 के लिए क्या लक्ष्य रख सकता है, जब भारत अपनी आजादी का 75वां साल मना रहा होगा। उन्होंने कहा कि आणंद के लोग हमें आशीर्वाद देने के लिए इतनी बड़ी संख्या में आए हैं। मैं उन्हें गर्मजोशी और प्यार के लिए धन्यवाद करता हूं। आज 1100 करोड़ रुपए की विकासशील परियोजनाओं का या तो उद्घाटन हुआ है या फिर उनकी नींव रखी गई है। इसका बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।गौरतलब है कि अमूल की शुरुआत सरदार वल्लभभाई पटेल की पहल पर कुछ किसानों ने की थी। उस वक्त सिर्फ 247 लीटर दूध के साथ एक विदेशी दूध निर्माण कंपनी के बहिष्कार और असहयोग से यह शुरुआत हुई थी। आज इसका विस्तार गुजरात के करीब 18 हजार गांव, 36 लाख किसान और 250 लाख लीटर दूध उत्पादन तक हो चुका है। प्रधानमंत्री ने कहा, सरदार पटेल द्वारा निर्देशित प्रीतमराय देसाई जी ने अहमदाबाद में बड़े पैमाने पर सहकारी आवास पर काम किया। इन प्रयासों ने कई लोगों की आकांक्षाओं को पंख दिए। आणंद एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में खाद्य प्रस्संकरण में इन्क्यूबेशन सेंटर कम सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और मुझकुवा गांव में सौर सहकारी समाज का भी उद्घाटन किया। वह आणंद और खटराज में अमूल के विनिर्माण केंद्र का शिलान्यास भी करेंगे। ज्ञात हो कि राजकोट में महात्मा म्युजियम का लोकार्पण करेंगे। गांधीजी की 150वीं जयंती वर्ष की तैयारियों में लगी केंद्र व गुजरात सरकार ने गांधीजी ने बचपन में जिस सकूल में अध्ययन किया उस अल्फ्रेड हाईस्कूल को 26 करोड़ की लागत से म्यूजियम में बदल दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम को 4 बजे राजकोट के चौधरी हाईसकूल के मैदान में आयोजित समारोह में गांधी म्यूजियम का लोकार्पण करेंगे। स्वदेश दर्शन प्रोजेक्ट के तहत गांधीजी की बचपन की अल्फ्रेड स्कूल को 26 करोड़ की लागत से म्यूजियम का रूप दिया गया है। इसमें राजकोट से जुडी गांधीजी की यादें, मल्टीमीडिया मिनी थियेटर, मोशन ग्राफिक्स, थ्रीडी प्रोजेक्शन, गांधीजी के जीवन पर बनी मेपिंग फिल्म के जरिए गांधी दर्शन, गांधी लाईब्रेरी के अलावा डिजीटल तकनीक के जरिए गांधी जीवन पर प्रकाश डाला गया है। प्रधानमंत्री मोदी इसके अलावा राजकोट में आईवे प्रोजेक्ट फेज-2 के तहत सीसीटीवी लगाने व सवा छह सौ से अधिक आवास का लोकार्पण करेंगे।

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