अमेरिका और तालिबान की शांति वार्ता शुरु, 17 साल बाद तालिबान से अपनी सेना बुलाएगा US !
तालिबान के एक प्रवक्ता का कहना है कि अमेरिकी के साथ शांति वार्ता का सातवां और नवीनतम दौर “महत्वपूर्ण” है। प्रवक्ता ने कहा कि ऐसा इसलिए क्योंकि उग्रवादी समूह वाशिंगटन के दूत ज़ल्माय खलीलज़ाद के साथ मध्य पूर्व के कतर राज्य में मुलाकात करेंगे। जहां उनका राजनीतिक कार्यालय है।
प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने रविवार को मीडिया को बताया कि दोनों पक्ष “ठोस परिणाम” की तलाश कर रहे हैं क्योंकि समझौतों के तहत कोशिश की जा रही हैं कि अफगानिस्तान से 20,000 से अधिक अमेरिकी और नाटो सैनिकों की वापसी की जा सके। साथ ही अमेरिका के साथ लंबे समय से चल रहे युद्ध को समाप्त किया जा सकें। साथ ही उम्मीद जताई जा रही है कि इस समझौते के तहत अफगानिस्तान आतंकवाद को दुनियाभर में हमले करने के लिए अपना यहा शरण नहीं देगा।
शनिवार को शुरू हुई यह वार्ता अगले सप्ताह तक जारी रहेगी। वहीं अमेरिका सितंबर में अफगानिस्तान में होने वाली चुनावों से पहले अंतिम सौदा चाहता है। गौरतलब है कि यह समझौता होने पर अमेरिका करीब 17 साल बाद अफगानिस्तान से अपने सैनिक वापस बुला सकता है।